Wednesday 15th of October 2025 05:39:34 PM

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Author: Kripa Shankar

14 Apr

संविधान

ऐसा संविधान भारत का दुनियां करती  है गुणगान मानवता हो पूज्य  धरा पर राष्ट्र धर्म  हो ऊपर जाति- पांति का भेद नहीं पर सेवा  सबसे बढ़कर समाज का हर प्राणी

23 Feb

संत गाडगे

कुछ तो महल  अटारी का ख्वाब लेकर सोते हैं, लेकिन कुछ तो अपने लिए झोपड़ी तक न बनाके भीख मांग कर के समाज में रह रहे शोषितों,वंचितों और पिछड़ों के

15 Feb

संत रविदास

रैदास नाम से सुविख्यात संत रविदास का जन्म सन 1388 को बनारस में हुआ था । जब की कुछ विद्वान सन 1398 भी बताते हैं। माघ पूर्णिमा दिन रविवार को

22 Jan

जय हिंद

उत्कल के उगते सूरज का,                 बंगाल  में किरणें आई किलकारी गूंजी  आंगन में,                 परिवार

1 Jan

नया वर्ष

नया वर्ष हो मंगलमय आप सबका मधुमय पवन में चमन झूमता है यशगान का परचम लहरे हमेशा आज पाताल धरती गगन झूमता है खुशियों से पूरा चमन झूमता है सुरभित

25 Dec

ललई सिंह यादव

युगों- युगों की परंपरा रही है कि अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए कोई न कोई इस धरती पर पीड़ितों का फरिश्ता बन कर कोई न कोई हमारे बीच

6 Dec

श्रद्धा सुमन हम चढ़ाएं

गेंदा, गुलाब, जूही, चंपा- चमेली परिजात, रातरानी, रजनी – सुबेली बनाकर माला महामानव को  पहिनाएं, श्रद्धा सुमन हम चढ़ाएं अपमान का जहर पीके, अमृत दिया हमको जीवन में बदलाव स्वाभिमान

11 Nov

खेती किसानी

शहर में  मिलइ नाहीं  शुद्ध हवा पानी चल करी गउआं में खेती किसानी चूना गारा काम कइले पड़ि जालें छाला दवाई होये ना पावइ घर में रहइ ठाला समझइं बगल

2 Oct

सत्य और अहिंसा

सच कहता हूं  देश  शर्मसार  होता है महक फूलों में नहीं,भ्रमर आज रोता है बापू , माली नहीं  बाग जो  संवार सके हर इंसान केवल फर्ज अपना ढोता है लेकर

14 Sep

हिंदी

हिंदी प्रतिबिंब आज                शीष्टता सजीवता की, भाषाओं की ताज            दीप्तिमान आज हिंदी है खेत खलिहान, सीमा    

14 Sep

हिंदी

हिंदी प्रतिबिंब आज                शीष्टता सजीवता की, भाषाओं की ताज            दीप्तिमान आज हिंदी है खेत खलिहान, सीमा