
फणीश्वर नाथ रेणु की जयंती पर ‘तीसरी कसम’ फिल्म का प्रदर्शन
नालंदा। नव नालंदा महाविहार, नालंदा के राजभाषा हिन्दी विभाग एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में विख्यात कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की जयंती पर उनकी कहानी पर आधारित फिल्म ‘तीसरी
नालंदा। नव नालंदा महाविहार, नालंदा के राजभाषा हिन्दी विभाग एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में विख्यात कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की जयंती पर उनकी कहानी पर आधारित फिल्म ‘तीसरी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा ’अभिनन्दन पर्व समारोह’ का आयोजन आज 31जनवरी, 2025 को हिन्दी भवन के निराला सभागार लखनऊ में किया गया। इस अवसर पर बाल साहित्य सम्मान
नई दिल्ली- प्रख्यात भोजपुरी चित्रकार वंदना श्रीवास्तव को संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की वरिष्ठ अध्येता वृत्ति ( सीनियर फेलोशिप ) प्रदान की गई है। यह सम्मान उन्हें कला और संस्कृति
हिन्दी “हिन्द “की शान है ये रब का दिया वरदान है, इसकी तुलना नहीं किसी से ये खुद की एक पहचान है । हिंदी एक विज्ञान है आर्यावर्त की
लखनऊ: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा विश्व हिन्दी दिवस समारोह के शुभ अवसर पर दिन शुक्रवार10 जनवरी, 2025 को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन हिन्दी भवन के निराला सभागार लखनऊ में
म्यांमार सरकार ने श्रीलंका बुद्ध बिहार के बिहाराधिपति भिक्खू (डॉ) नंदरतन महाथेरो को देश के प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘सद्धम्मजयोतिकाधज’ से सम्मानित करने की घोषणा की है।यह पुरस्कार म्यांमार सरकार के धार्मिक
गोंडा- गोंडा महोत्सव-2024 के अंतर्गत आयोजित मण्डल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के समापन के अवसर पर एक शानदार अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह
गोरखपुर-भोजपुरी भाषा एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सतत प्रयासरत अंतर्राष्ट्रीय संस्था भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया “भाई” एवं अंग्रेजी विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान
बनारस -15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार को काव्यामृत कोष साहित्यिक संस्था द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी) के प्रांगण में शिव आराधना- शिवोत्स्व का आयोजन किया जाएगा। जिसे संस्थापिका प्रीती
सूरत स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में हाल ही में एक महत्त्वपूर्ण व्याख्यान का आयोजन किया गया| जिसमें प्रतिष्ठित निबंधकार, कवि और आलोचक प्रो. रवींद्र नाथ
सूरत स्थित वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में हाल ही में एक महत्त्वपूर्ण व्याख्यान का आयोजन किया गया| जिसमें प्रतिष्ठित निबंधकार, कवि और आलोचक प्रो. रवींद्र नाथ