आम के फल को झड़ने से कैसे बचाए ?
आम में फल झड़ने की समस्या बहुत ही गंभीर है किसान भाई समय पर ध्यान नहीं देते तो अच्छी बौर आने के बाद भी पेड़ पर बहुत कम या ना
आम में फल झड़ने की समस्या बहुत ही गंभीर है किसान भाई समय पर ध्यान नहीं देते तो अच्छी बौर आने के बाद भी पेड़ पर बहुत कम या ना
भाटपाररानी -कद्दू वर्गीय सब्जियां जैसे लौकी, कद्दू, तुरई और, करेला, टिण्डा, खीरा, ककडी, तरबूज, खरबूजा आदि जायद तथा खरीफ मौसम की महत्वपूर्ण सब्जिया हैं । यद्यपि कद्दू वर्गीय सब्जियों का
बलिया -आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौधोगिक विश्व विधालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र सोहाँव बलिया के अध्यक्ष प्रो.रवि प्रकाश मौर्य ने हल्दी की उपयोगिता एवं
बलिया जिला मुख्यालय से 16 किमी. उत्तर तथा बाँसडीह ब्लाक से 1 किमी. पश्चिम दिशा मे स्थित है, मिरिगिरी टोला। जो पिण्डरा ग्राम सभा मे आता है। इस गाँव के
गर्मियों में मशरूम लगाने के इच्छुक किसान तैयार हो जाए मिल्की मशरूम लगाने का मौसम आ गया है। आमतौर पर लोग समझते हैं कि मशरूम सर्दियों में उगती है मगर
बलिया- जिला मुख्यालय से 64 किमी. एवं सीयर ब्लाक से 4 किमी. उत्तर-पश्चिम दिशा मे स्थित पड़री गाँव है। इस गाँव के 35 बर्षीय युवा कृषक है, ज्ञान चन्द शर्मा।
बलिया – अरहर की फसल को फली छेदक कीट सर्वाधिक क्षति पहुंचाता है। किसान इसका प्रकोप उस समय समझ पाते हैं जब सूड़ी बड़ी होकर अरहर की फसल को 5
बलिया -सूरन न केवल सब्जी, अचार के लिए है, अपितु इसमें अनेक प्रकार के औषधीय तत्व भी मौजूद हैं।आचार्य नरेन्द्र देव कृषि ए्वं प्रौधोगिक विश्वविधालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि
बलिया -गर्मियों में विभिन्न दलहनी फसलों में मूंग की खेती का विशेष स्थान है। मूंग की खेती के फायदों को देखते हुए *आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौधोगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज
अरवी को घुईया के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती मुख्यतः खरीफ मौसम में की जाती है ,लेकिन सिंचाई सुविधा होने पर बसंतकालीन में भी की जाती है।
अरवी को घुईया के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती मुख्यतः खरीफ मौसम में की जाती है ,लेकिन सिंचाई सुविधा होने पर बसंतकालीन में भी की जाती है।