राष्ट्रीय समानता दल के जिलाध्यक्ष कभी इधर -कभी उधर
राष्ट्रीय समानता दल के जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण कुशवाहा कभी भारतीय जनता पार्टी तो कभी समाजवादी पार्टी के कार्यक्रमों में देखे जाते है | श्री कृष्ण कुशवाहा आईटीआई देवरिया से सेवा निवृत है | सेवा निवृत होने के पश्चात इन्होने राष्ट्रीय समानता दल की सदस्यता ली | अच्छे काम की वजह से पार्टी ने इनको देवरिया जिले का जिलाध्यक्ष बनाया |
आपको बताते चले कि राष्ट्रीय समानता दल दो दशकों से पिछड़े और बहुजनो नायकों ( पेरियार , ललई सिंह यादव , ज्योतिबा फुले , डॉ अम्बेडकर , जगदेव प्रसाद कुशवाहा , ) के आदर्शों पर चलने की बात करता है | लेकिन अपने वायदों पर खरा नही उतर पा रहा है | पार्टी प्रमुख मोतीलाल शास्त्री की बहू भारतीय जनता पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष है | पार्टी प्रमुख कुशवाहा समुदाय से आतें है | समानता दल के वोट का प्रमुख आधार कुशवाहा समाज है | इस पार्टी की कुशवाहा , शाक्य , मौर्य , सैनी समुदाय में अच्छी पैठ है और उत्तर प्रदेश , मध्यप्रदेश , बिहार में सक्रिय है |
अक्सर समानता दल के नेता बीजेपी की खिलाफत करते दिखाई देते हैं |लोक सभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव कभी समाजवादी पार्टी तो कभी बहुजन समाज पार्टी को अपना समर्थन देते है | अब सवाल यह उठता है कि इन लोगो की क्या ideology है? किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं? या फिर जनता को धोखा देकर अपनी राजनैतिक रोटी सेकना चाहतें हैं |
इस तस्वीर में समानता दल जिलाध्यक्ष देवरिया नगर पालिकाचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अलका सिंह को समर्थन करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करतें हुए दिखाई दे रहे है | कार्यक्रम में इन्होने बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की अपील भी की |
दूसरी तस्वीर में समाजवादी पार्टी द्वारा राजेन्द्र मौर्य को प्रदेश सचिव बनाये जाने पर बधाई देने पहुचे |मामला यही तक नही है जिलाध्यक्ष अन्य दलों के कार्यक्रमों में भी भाग लेते है |
समानता दल I. N .D .A गठबंधन में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है हो सकता है 2024 लोक सभा चुनाव में गठबंधन का हिस्सा बन जाए किन्तु सबसे पहले पार्टी प्रमुख को अपनी एजेंडा जनता को बताना होगा | पार्टी किस तरह की राजनीति करनी चाहती है ? जातिवादी , धर्मवादी या राष्ट्रवादी |