एक थी रनिया
रनिया -ओ -रनिया की मर्मभेदी आवाज से मोहल्ले की गलियो की दीवारों को छुती हुई सतिया की आवाज रोज ही सबको सुनाई देती थी |बदहवास ,विछिप्त सतिया की नजरे इधर
रनिया -ओ -रनिया की मर्मभेदी आवाज से मोहल्ले की गलियो की दीवारों को छुती हुई सतिया की आवाज रोज ही सबको सुनाई देती थी |बदहवास ,विछिप्त सतिया की नजरे इधर
पूर्वी उत्तर प्रदेश मे हरित क्रांति योजना के अंतर्गत कृषि विभाग सुल्तानपुर द्वारा क्लस्टर प्रदर्शन के धान पर प्रछेत्र दिवस का आयोजन ग्राम सराय ब्लाक कुडवार मे आयोजित किया गया
देवरिया ( ब्यूरो ) – आज किसान की धान कि फसल बर्बादी की कगार पर है ,घर का रूपया -पैसा किसानो ने रोपाई , सोहनी और खाद मे लगा दिया
प्रकृति मे अनेक प्रकार के फूल पाए जाते हैं |गणेश जी तथा माँ काली कि पूजा मे काम आने वाले गुडहल के फूल को सनातन धर्म मे अत्यंत पवित्र माना
“एक अनार सौ बीमार “यह कहावत तो आपने सुनी होगी ,परन्तु कोई जानता है ऐसा कौन सा फल है ,जो सौ मर्जो कि दवा है – वह है आवंला |आवंला
(संजय सिंह) मनोरंजन ही नहीं, भोजपुरी सिनेमा के प्रति लोगों की सोच में परिवर्तन लाने हेतु निर्मित की गई
सुन्दर दिखना हर किसी की तमन्ना होती है |इसके लिए जरूरी नही कि महंगे उत्पादों से ही ये मुमकिन है ,बल्कि घरेलु नुस्खो से भी हम सुन्दर दिख सकते हैं |अगर
(नेहा मौर्य ) बीसवी सदी मे पूरे भारत मे चर्चित सिद्ध पुरुष योगिराज
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