1.आत्मनिर्भर भारत निर्माण का कौन- सा विजन है भारत सरकार के पास?
सुविधा वादियों की श्रेणी में एमएलएज, एमपी ,मंत्री, ब्यूरोक्रेट्स और पूंजीपति वर्ग हैं जिनके जीवन स्तर की सुविधाएं उच्च मानदंड को प्राप्त है, जिसकी तुलना भारत के शेष असुविधावादी वर्ग के लोगों से नहीं की जा सकती। क्या अमीरी गरीबी की लंबी, चौड़ी, बहुत ही गहरी खाई को श्रीमान आप पाटना चाहते हैं? यदि हां, तो आपके योजना का प्रारूप क्या है ?
3. क्या पूंजीवादी केंद्रित अर्थव्यवस्था के अंतर्गत भारत के लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है? बेरोजगारी, गरीबी ,दरिद्रता, कुपोषण अशिक्षा इत्यादि को दूर किया जा सकता है?
4.यदि वास्तव में आप भारत के प्रत्येक व्यक्ति कोआत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति के न्यूनतम आवश्यक्तावों की पूर्ति हेतु संविधान में मौलिक अधिकार के रूप में क्रय शक्ति की सुनिश्चितता प्रदान करनी होगी और इसके लिए विकेंद्रित अर्थव्यवस्था के अंतर्गत प्रखंड स्तरीय आर्थिक योजनाओं का निर्माण कर संतुलित अर्थव्यवस्था स्थापित करनी होगी। क्या श्रीमान आप इसके लिए तैयार हैं? और किन योजनाओं के ब्लू प्रिंट के साथ?
5. प्रधानमंत्री मोदी जी आप भारतीय जनता के जीवन को समुन्नत करने के लिए कोआपरेटिव सहकारिता की बात कर रहे हैं। क्या आप बताना चाहेंगे की। कौन-सी सहकारिता सबोर्डिनेटेड या कोआर्डिनेटेड ? सहकारिता के संदर्भ में मेरा दूसरा प्रश्न लिया। सहकारिता की सफलता के लिए। अन्यतम शर्तों की भी। सहकारिता के सदस्यों का नैतिकवान होना अनिवार्य शर्त है। नैतिकवान का मतलब है यम नियम का पालन करने वाला भूमा भाव का साधक। क्या आपने ऐसे नैतिकवानों की टोली का निर्माण किया है ?
2-.मनुष्येतर जीवों का विकास व संवर्धन |
3- .उद्विध् जगत का विकास व संवर्धन |
4- .अजैव वस्तुओं का विकास व संवर्धन |