लोकसभा की सुरक्षा में सेंध, दो लड़को ने स्मोक बम फेंका
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और बुधवार को लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लग गई| कार्यवाही के दौरान दो अनजान शख्स सदन में कूद गए और कुछ स्प्रे करने लगे| इनके कूदते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया| सांसद दानिश अली ने कहा, एकदम से दुआं उठने लगा| उन्होंने दावा किया कि एक शख्स का नाम सागर है| घटना के बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया| सांसद हनुमान बेनीवाल और मालुक नागर ने आरोपियों को पकड़ा|
एक घटना सदन के बाहर भी हुई है. ये संसद के गेट पर हुआ है. दोनों घटना में स्मोक बम का इस्तेमाल हुआ है. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि जो भी लोग यहां आते हैं – चाहे वे मेहमान हों या पत्रकार – वे टैग नहीं रखते हैं. इसलिए, मुझे लगता है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए|
मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है| कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि अचानक करीब 20 साल के दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े और उनके हाथ में कनस्तर थे| इन कनस्तरों से पीला धुआं निकल रहा था| उनमें से एक अध्यक्ष की कुर्सी की ओर भागने की कोशिश कर रहा था|
कांग्रेस सांसद ने आगे बताया कि वे कुछ नारे लगा रहे थे. यह सुरक्षा में चूक है. खासकर 13 दिसंबर को जिस दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था| कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, दो युवक गैलरी से कूद गए और उनके द्वारा कुछ फेंका गया जिससे गैस निकल रही थी. उन्हें सांसदों ने पकड़ लिया, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाला| सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया| यह निश्चित रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन है क्योंकि आज हम 2001 (संसद हमले) में अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों की पुण्यतिथि मनाई|
समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन ने कहा कि दर्शक दीर्घा से दो लोग लोकसभा कक्ष में कूदे और जूते से कुछ ऐसी चीज निकाली, जिससे गैस फैलनी शुरू हो गई| उन्होंने कहा, यह गैस कैसी थी, यह कोई जहरीली गैस तो नहीं थी| हमें संसद की सुरक्षा में भारी गंभीर खामी नजर आ रही है. इस तरह से तो कोई जूते में बम रखकर आ सकता है|
हसन ने कहा कि इस तरह की सुरक्षा चूक पर आगे ध्यान देने की जरूरत है| संसद की सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई है| पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद परिसर पर हमला किया था, जिसमें नौ लोग शहीद हुए थे| सुरक्षाबलों ने पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था|