तुम्हारा वादा
मुस्कान चेहरे पे
तुम्हें सोचू तो आ
ही जाती है
याद तुम्हारी यू
आजकल हमें
तड़पाती है।
इंतज़ार तुम्हारा
करती थी मैं
बहोत बेसब्री से
फिर मिल ही
जाते, तुम यू
खडे़ लाइब्रेरी में।
सोच सोच कर
बारे में अक्सर
तुम्हारे हो जाती
बीमार बिन सोचे
तुम्हें मिलता नही
दिल को करार।
बिताया जितना भी
है तुम्हारे साथ
खूबसूरत पल
याद खूब आया
करते है मुझे
वो पल आजकल।
रहोगे संग तुम
मेरे ही सदा
कुछ कम ना ही
कुछ इससे ज्यादा
याद है मुझे ये
तुम्हारा वादा।
Facebook Comments