काशी रत्न एवं शान ए काशी से अलंकृत किया गया
वाराणसी-इंडियन एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट (आई ए जे) और सामाजिक विज्ञान विभाग संपूर्णानंद संस्कृत विश्विद्यालय वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में 25 वां राष्ट्रीय अलंकरण काशी रत्न एवं शान ए काशी 2020 एक भव्य समारोह में संपूर्णानंद संस्कृत विश्विद्यालय वाराणसी के सामाजिक विज्ञान विभाग सभागार में पत्रकारिता ,छायाकार,चिकित्सा ,साहित्य ,मीडिया, विधिक,शिक्षा क्षेत्र,समाज सेवा आदि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 11 काशी रत्न एवं 8 को शान ए काशी से अलंकृत किया गया।
कार्य क्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि राम नरेश नरेश के सरस्वती वंदना से हुआ।
‘नया भारत – नई चुनौतियां’ विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि जग जीतन पांडेय (प्रमुख – धर्म संघ ,वाराणसी),विशिष्ट अतिथि वंशी धर दूबे एवं प्रमुख वक्ता प्रो. कौशल किशोर मिश्र( पूर्व विभागाध्यक्ष राज.विभाग बी. एच. यू) ने विस्तृत व्याख्यान में कहा कि चुनौतियां नई जरूर हो सकती हैं, परंतु भारत कभी पुराना नहीं हो सकता।
संगोष्ठी के बाद काशी रत्न से श्री हीरालाल मिश्र ‘ मधुकर , गोपाल जी राय,प्रो.कौशल किशोर मिश्र , डॉ.विजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ.विजय कपूर डॉ.(प्रो.) नीरज कुमार अग्रवाल, डॉ.संध्या यादव, डॉ.अमिता श्रीवास्तव, राजीव गौतम, दीपक मिश्रा, रजत प्रताप कुल 11 लोगों को तथा शान ए काशी डॉ.सुरेंद्र नाथ ओझा, अवधेश कुमार सिंह, सुहेल अख्तर, विनोद राव सहित कुल 8 लोगों को अपने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मंचीय अतिथियों तथा इंडियन एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कैलाश सिंह विकास जी द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सभी काशी रत्नों व शान ए काशी मिले विद्वानों को साल, स्मृतिचिन्ह और माल्यार्पण से अलंकृत किया गया।
इस कार्य क्रम में नगर के वरिष्ठ नागरिकों, साहित्यकारों, समाज सेवियों के अलावा इंडियन एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट के पदाधिकारियों में डॉ.राहुल सिंह, मोती लाल गुप्ता, राम नरेश नरेश,आनंद कुमार सिंह ‘अन्ना ‘ देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव, विक्रम कुमार, तथा आशिर्वाद सिंह आदि उपस्थित थे।
संचालन प्रो. राजनाथ एवं अनुपम गुप्ता जी के हाथो थी। काशी रत्न श्री वंशीधर दूबे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के बाद स्वलपा हार के साथ प्रो. राजनाथ ने समारोह के समापन की घोषणा की।
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