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By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 27 May 12:13 PM |   522 views

खरीफ मौसम में लगाई जाने वाली मुख्य सब्जियां और मसाले

 
 
ग्वारफली- सीधी बुवाई द्वारा
 करेला-सीधी बुवाई द्वारा
टमाटर -नर्सरी द्वारा
ककोड़ा – सीधी बुवाई द्वारा
तुरई-सीधी बुवाई द्वारा
अगेती फूल गोभी- नर्सरी द्वारा
अगेती पत्तागोभी- नर्सरी द्वारा
लौकी-सीधी बुवाई द्वारा
कद्दू -सीधी बुवाई द्वारा
सेमी फल्ली-सीधी बुवाई द्वारा
बैगन-नर्सरी द्वारा
मिर्च-नर्सरी द्वारा
खरीफ प्याज-नर्सरी द्वारा
अम्माड़ी-सीधी बुवाई द्वारा
भिन्डी-सीधी बुवाई द्वारा
गाजर-सीधी बुवाई द्वारा
सतपुतिया-सीधी बुवाई द्वारा
शकरकन्द-सीधी बुवाई द्वारा
खीरा-सीधी बुवाई द्वारा
चौलाई-सीधी बुवाई द्वारा
लोबिया-सीधी बुवाई द्वारा
पेठा-सीधी बुवाई द्वारा
पालक -सीधी बुवाई द्वारा
अरबी-सीधी बुवाई द्वारा
मूली -सीधी बुवाई द्वारा
जिमीकंद-सीधी बुवाई द्वारा
सहजन- पौध रोपाई या तने की रोपाई द्वारा
बेबीकॉर्न और स्वीटकॉर्न- सीधी बुवाई द्वारा
मसाले- अदरक, हल्दी- कन्द बुवाई द्वारा
पोई साग – सीधी बुवाई द्वारा
ध्यान देने योग्य विशेष सावधानी:- 
 
1- किसान भाई~बहन, खरीफ मौसम में नर्सरी का चुनाव किसी निचले खेत मे न करें। 
 
2- चयनित स्थल पर नर्सरी हमेशा उठी क्यारी विधि से ही लगायें जिससे ज्यादा नमी होने की स्थिति में डैम्पिंग ऑफ जैसी अन्य जड़ गलन बीमारियाँ कम प्रकोप फैला सकें। 
 
3- जहाँ तक सम्भव हो सब्जियों के उठे बेड बनाकर ही खरीफ मौसम में सब्जियों की बुवाई/रोपाई करें, बेहतर परिणाम मिलेंगे।
 
4-  अदरक हल्दी हालाँकि खुले क्षेत्र में भी आसानी से हो जाती हैं लेकिन ज्यादा छाँव पसन्द करने और निश्चित आय देने वाली ये दोनों फसलें, बड़े – घने बाग बगीचों की खाली पड़ी जमीन में, वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किसान भाइयों – बहनों को विशेष सलाह दी जा रही है। 
 
5- इस वक़्त  लगाने के लिए सबसे सुरक्षित फसल कद्दू, पेठा, मिर्च, हल्दी और अदरक हैं, क्योंकि  फसल परिपक्व होने पर बाजार उपलब्ध न भी हो पाने की विशेष दशा में ये फसलें आसानी से लम्बे समय तक किसान साथियों के पास संरक्षित रखी जा सकती हैं।
 
( डॉ शुभम कुलश्रेष्ठ , असिस्टेंट प्रोफ़ेसर , रवीन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी रायसेन मध्य प्रदेश )
 
 
 
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