भोजपुरी पुनर्जागरण मंच का जनसंपर्क अभियान शुरू
देवरिया – भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के संयोजक नरसिंह और रमेश तिवारी ने अपने सहयोगियों के साथ मातृभाषा भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, समृद्ध करने, अपने मातृभाषा
देवरिया – भोजपुरी पुनर्जागरण मंच के संयोजक नरसिंह और रमेश तिवारी ने अपने सहयोगियों के साथ मातृभाषा भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, समृद्ध करने, अपने मातृभाषा
दिल्ली (रोहिणी)- रोहिणी (दिल्ली) में हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के सौजन्य से और जय सिंह आर्य की अध्यक्षता व सुधाकर पाठक, विनय विनम्र और सुशील भारतीय के मुख्य आतिथ्य में ‘आज़ादी
गोरखपुर -भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त महामंत्री एवं राज्य सभा के सदस्य डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने सदन में भोजपुरी आयोग की माँग कर करोड़ों भोजपुरियों का मान बढ़ाया
लखनऊ: -उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा ’आचार्य परशुराम चतुर्वेदी स्मृति समारोह का आयोजन 25 व 26 जुलाई, 2023 को पूर्वाह्न 10ः30 बजे से हिन्दी भवन के निराला सभागार में किया
फोटो – राकेश मौर्य संपादक , निष्पक्ष प्रतिनिधि और भोजपुरी भाषाविद डॉ लारी आजाद निष्पक्ष प्रतिनिधि के संपादक राकेश मौर्य द्वारा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के इतिहास विभाग के
देवरिया – कल श्री हनुमान विद्या मंदिर इंटर कालेज वराव देवरिया में भोजपुरी साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय था” भोजपुरी भाषा और संस्कृति के विकास में
देवरिया- जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह ने बताया है कि उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा युवा रचनाकारों (18 से 30 वर्ष) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कहानी/कविता/निबन्ध प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टियाँ
कुशीनगर- जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा संचालित बाल साहित्य संवर्द्धन योजना के नति वर्ष 2022 के लिए दिये जाने वाले दस बाल साहित्य सम्मानों
देवरिया -आज भोजपुरी पुनर्जागरण मंच देवरिया के तत्वाधान में विचार संगोष्ठी का आयोजन स्काई लाइन पब्लिक स्कूल उमा नगर देवरिया में किया गया। संगोष्ठी का विषय था – “भोजपुरी क्षेत्र
कुशीनगर-जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा आर्थिक रूप से विपन्न साहित्यकारों को साहित्यकार कल्याण कोष योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता तथा प्रकाशन अनुदान योजना के
कुशीनगर-जिलाधिकारी रमेश रंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा आर्थिक रूप से विपन्न साहित्यकारों को साहित्यकार कल्याण कोष योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता तथा प्रकाशन अनुदान योजना के