लोकतंत्र में मतदाता अपने वोट से भविष्य के लिए देश की नीतियां तय करता है-धर्मवीर सिंह
कुशीनगर -आज स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय के भंते चंद्रमणि सभागार में किया गया।कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य प्रो विनोद मोहन मिश्र, तहसीलदार कसया धर्मवीर सिंह,स्वीप कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ निगम मौर्य और एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ पारस नाथ द्वारा सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया।
मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ निगम मौर्य ने विषय की प्रस्तावना रखते हुए बताया कि जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।आपने प्रथम चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के संस्मरण का हवाला देते हुए बताया कि स्वतंत्रता के बाद प्रथम आम चुनाव में चुनाव सूची तैयार करना अत्यंत जटिल कार्य था।निरक्षर मतदाताओं को उम्मीदवार की पहचान के लिए उपयुक्त आधार की पहचान तथा भयमुक्त और लोभमुक्त मतदान कराना भी बड़ी चुनौती थी। देश के मतदाताओं ने इन सभी बाधाओ को पार कर लोकतंत्र को मजबूत करने में महती योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि मतदान का कम प्रतिशत अभी भी चुनौती बना हुवा है जिसको बढ़ाने में ऐसी कार्यशालाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
मुख्य वक्ता कसया तहसीलदार धर्मवीर सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में मतदाता अपने वोट से भविष्य के लिए देश की नीतियां तय करता है। मतदाता के रुप में आप जिस तरह के प्रतिनिधि चूनेंगे वैसी नीतियां आपके हितों के लिए तैयार होंगी।इसलिए लोकतंत्र के इस महापर्व में आप मतदाता मतदान में अवश्य भाग लें।जब आप मतदान में भाग ही नहीं लेंगे तो अपना प्रतिनिधि कैसे चुनेंगे?
उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कुशीनगर में 59 प्रतिशत मतदान हुआ था।इस बार कुशीनगर में मतदान प्रतिशत को 65 प्रतिशत तक ले जाने की योजना है।
विशिष्ट वक्ता प्रो कौस्तुभ नारायण मिश्र ने कहा कि आप मतदान करते समय उपलब्ध विकल्पों में से सर्वश्रेष्ठ विकल्प चुनें।आप क्षेत्र, जाति और धर्म से परे ,सजग मतदाता के रूप में रूप अपने लिए सही प्रतिनिधि चुनें यही देश और समाज के हित में है।हमारे लिए सबसे कष्टकारी बात है कि हम प्रतिनिधि चुनने के लिए पोलिंग बूथ पर जाते नहीं है लेकिन जब दुसरे लोग गलत प्रतिनिधि चुन लेते हैं तो बाद उसकी आलोचना करते हैं।जब आप सही प्रतिनिधि चुनेंगे तभी वह बाद में संसद आपकी आवाज करेगा।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो विनोद मोहन मिश्र ने बोलते हुए कहा कि कुछ मतदाता,मतदान के दिन मौसम देखकर आलस्य कर जाते हैं।कुछ लोग कभी मस्ती करने के लिए अपने अधिकार का प्रयोग नहीं करते है।यह प्रवृत्ति बुद्धजीवियो में कुछ ज्यादा ही देखने को मिलती है। यह ठीक नहीं है।देश का बुद्धजीवीयो को इस कार्य में दूसरों का मार्गदर्शन करना चाहिए और अपने कार्य व्यवहार से दूसरो को मतदान हेतु प्रेरित करना चाहिए। एन एस एस स्वयंसेवकों से आह्वाहन करते आपने कहा कि यह हमारे युवा साथियों की जिम्मेदारी है कि वे स्वयं मतदान तो करें ही दूसरों को भी प्रेरित करें।आप लोग बड़े बुजुर्ग और अन्मयस्क लोगों को मतदान हेतु प्रेरित करते हुए लोकतंत्र के इस महापर्व में अपना योगदान दे सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका सुजाता मिश्रा ने किया | जबकि आभार ज्ञापन डॉ पारस नाथ ने किया।
इस कार्यशाला में कानूनगो राजन मिश्र, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के ब्रांड एम्बेसडर आदर्श मिश्र और मंगला आर्या समेत बड़ी संख्या में आचार्य,कर्मचारी और स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया।