प्रकृति ही जीवन
इस जीवन में महत्वपूर्ण यह नहीं कि आपके पास कितनी धन, दौलत, शोहरत, नाम, बैंक बैलेंस, डिग्रियां है या आपकी कितनी सुंदरता है| बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आप इस प्राकृत स्वर्ग सी धरती से कितने प्रेम करते हैं ? या उसको जीवंत करने में आपकी क्या भूमिका है और उससे आप कितने परिचित है?
महत्वपूर्ण यह है कि इस स्वर्ग सी जीवन के आकाश मंडल, सूर्य , चांद, सितारे, निहारिकाओं की गहराइयों में आप उसमें खो जाने में, आप कितने परिचित हैं?
और महत्वपूर्ण यह है कि आप इस धरती की ही नहीं, पूरी विश्व ब्रह्मांड के कण-कण का आपके जीवन में, जो खास अहम भूमिका है और उसके प्रति आपका शुभ दृष्टि और शुभ विचार क्या है?
इस अमूल्य जीवन में सिर्फ भेंड़ बकरी और गधे की तरह गुलामी भरा जीवन जीना ही काफी नहीं है बल्कि इस सृष्टि के कण-कण के प्रति जागरूक और चैतन्य हो जाना ही इस जीवन की अमूल्य भूमिका होनी चाहिए|
सरिता प्रकाश , जर्मनी से
Facebook Comments