आखिरी महीना ‘दिसंबर’
हल्की-हल्की ठंडक, धूप में हल्की गर्माहट, दोपहर के तीन बजे धूप का ढल जाना और शाम साढ़े छे बजे रात हो जाना। सब्जियों के ठेले पर मटर और साग का सज जाना। लाल गाजर के आने से घरों में अब गाजर का हलवा भी बनने लग जाता है।
इसी महीने में एक और बात हो सकती है वो ये कि पिछले चंद महीनों में हमने क्या पाया क्या खोया,, हम क्या और अच्छा कर सकते थे और भी बातों को पलट कर देखते हुए सोचने का मनन करने का समय भी आया है।
चिंतन करे,,, वो बातें व्यक्तिगत हो सकती है या फिर प्रोफेशनल,, चाहे हेल्थ से रिलेटेड हो या फिर रचनात्मक हो इन सब पर चिंतन करने का यह सही समय है, उद्देश्य अगर स्पष्ट हो तो दिशा और प्रेरणा दोनों मिलती है।
इस वर्ष की पॉजिटिविटी को स्वीकार करते हुए ग्रिटीट्यूड यानि कृतज्ञता विकसित करनी है। ऐसा करने के लिए एक नोटबुक में ग्रिटीट्यूड लिखकर जिन चीजों के लिए आप आभारी हैं, वो लिखिए। ऐसे करने से जीवन में अच्छाई की ओर ध्यान केंद्रित होगा, यह एक पावरफुल तरीका है।
एक और काम आप कर सकते हैं कि आप कनेक्ट कीजिए, कनेक्ट कीजिए दोबारा उन दोस्तों से परिवार के उन सदस्य से या अपने कलीग्स तक पहुंचिए जिससे आप कुछ समय से नहीं जुड़े हैं,, रिश्तो को मजबूत करने से खुशी और स्ट्रैंथ दोनों मिल सकती है यह किसी भी तनावपूर्ण रिश्ते को सुधारने और नए साल की सकारात्मक शुरुआत करने का एक अच्छा समय होगा।
कुछ नया सीखने या मौजूदा कौशल को और निखारने के लिए समय समर्पित कीजिए यह कुछ भी हो सकता है कोई एक नई भाषा सीखने में या कोई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट या प्रोफेशनल डेवलपमेंट इन सब में से किसी भी एक चीज को सिखाने का अब समय है,, लग जाइए,, निरंतर सीखने से पर्सनल ग्रोथ होती है और अपने लिए नए अवसर भी खुलते हैं।
आत्म देखभाल बहुत जरूरी है,, आत्मा देखभाल की ओर अभी से अग्रसर हो जाइए पहली जनवरी का इंतजार मत कीजिए। एक्सरसाइज कीजिए, मेडिटेशन कीजिए, प्राणायाम कीजिए,बैलेंस nourishing diet लीजिए,, खूब गाइए,, खूब डांस कीजिए,, खूब खुश रहिए और नए साल के लिए नई ऊर्जा के साथ तैयार हो जाइए।
ये सब बातो को आप अगर अभी से इंप्लीमेंट करते है तो इस वर्ष को सकारात्मक तरीके से पूरा करने में मदद हो सकती हैं और साथ ही आगे एक सार्थक संतुष्टिदायक वर्ष के लिए मंच तैयार कर सकते हैं।
-श्वेता मेहरोत्रा
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