समय
समय को कोई
रोक कहाँ है पाता
हाथों से पानी की
तरह बह है जाता।
समय रहते हमको
करना है कुछ काम
जिससे रौशन हो सके
दुनिया में हमारा नाम।
समय की एहमियत
जो समझ ना पाता
वो आगे चलकर खूब
जीवन भर पछताता।
किसी चीज़ बदलने में
वक्त तो बहुत लगता है
वक्त के साथ ही तो
कुछ बदल पाता है।
हम सदा करे गर
समय का सम्मान
तभी तो बन पाएंगे
इक दिन हम महान।
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