देशी-विदेशी पर्यटकों के दृष्टिगत लाइट एवं साउंड शो की योजना के क्रियान्वयन हेतु जनप्रतिनिधि एवं भंते गण के साथ बैठक आयोजित की गयी
कुशीनगर – बौद्ध पर्यटन स्थल कुशीनगर में आगंतुक देशी-विदेशी पर्यटकों के दृष्टिगत लाइट एवं साउंड शो की योजना के क्रियान्वयन हेतु जनप्रतिनिधि एवं भंते गण के साथ जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम की उपस्थिति में आवश्यक बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में 3 एजेंडा पर चर्चा हुई।बौद्ध सर्किट में ध्वनि एवं प्रकाश शो हेतु उपयुक्त स्थल का चयन, संचालन एवं रखरखाव की व्यवस्था, बौद्ध सर्किट योजनान्तर्गत भगवान बुद्ध के अंतिम भोज्य स्थल चुन्द स्थल एवं भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों के पर्यटन विकास पर परिचर्चा तथा जैन सर्किट के अंतर्गत फाजिलनगर में पावा नगर स्थित मुख्य जैन मंदिर स्थल तथा जैन स्थल पर मूलभूत सुविधाओं के कार्यों पर परिचर्चा की ।
बैठक को संबोधित करते हुए सांसद कुशीनगर विजय कुमार दुबे ने कहा की बैठक छोटी है लेकिन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सदन में वह इस बात की चर्चा करते रहे हैं कि इतिहास के पन्ने पर कुशीनगर का नाम अंकित होने के बावजूद ऐसा कौन सा कारण है कि चाहे पर्यटक स्थल के रूप में हो या दर्शनीय स्थल के रूप में आज तक जो विकास होना चाहिए वह नहीं हो पाया। उन्होंने प्रधानमंत्री जी की कार्यकुशलता की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी भी बौद्ध सर्किट एरिया को विकसित करने की बात कर रहे हैं तथा कई बौद्ध देशों को अपने देश से जोड़ने की बात की जा रही है। उन्होंने बताया कि सारनाथ जाने से पहले कुशीनगर एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है पर्यटकों के लिए।
पर्यटकों को कुशीनगर में रोकने के लिए ही 40 वर्षों से निर्माणाधीन जीर्ण शीर्ण हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का रूप दिया गया और निर्माण कार्य को पूरा कराया गया। उन्होंने कुशीनगर बौद्ध सर्किट एरिया, बौद्ध विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय के निर्माण की भी बात की।उन्होंने प्रस्तावित गोरखपुर कुशीनगर पडरौना रेल लाइन के बारे में भी बताया।
सांसद ने बताया कि मुख्य मंदिर का क्षेत्र के पास कहीं से भी कोई ऐसा निर्माण कार्य नहीं हो जिससे भगवान बुद्ध के शांति के संदेश पर कोई प्रभाव पड़े। उन्होंने कहा कि लाइट और साइन साउंड शो का प्रमुख कार्यक्रम सारनाथ, कपिलवस्तु और गया में संचालित है सिर्फ कुशीनगर में ही बचा है। इसके साथ-साथ उन्होंने जैन स्थल पावनगर (फाजिलनगर) जहाँ दर्शनार्थी आते हैं की भी सुविधा तथा पर्यटन की दृष्टि से उस को आगे बढ़ाने हेतु कार्य किए जाने की चर्चा की।
जिलाधिकारी एस0 राज लिंगम ने इस संदर्भ में कहा कि बौद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों के विकास को सिर्फ पर्यटन के दृश्य से ही ना देखा जाए, बल्कि जानकारी की दृष्टि से भी देखा जाए। लाइट और साउंड शो के माध्यम से भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी जानकारियों को प्रदर्शित किया जाएगा और इससे कोई भी रूटीन एक्टिविटी बाधित नहीं होगी।
इस संदर्भमें बौद्ध धर्म गुरुओं,संतों व अनुयायियों का यह कहना था की बौद्ध अनुयायियों के मेडिटेशन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना आवे। मेडिटेशन करने वाले किसी भी प्रकार से डिस्टर्ब ना हो। जिलाधिकारी ने उक्त बातों को संज्ञान में लेते हुए इस बात का आश्वासन दिया कि मेडिटेशन के वक्त लाइट और साउंड शो का आयोजन नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनुज मलिक के साथ विधायक कुशीनगर प्रतिनिधि डॉ0 अनिल सिंह, विधायक फाजिलनगर प्रतिनिधि लक्ष्मी चंद वर्मा, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका कुशीनगर, बौद्धगुरु वेन ज्ञानेश्वर भंते, भिक्षु धामन्यना, वेन विनय कीर्ति भंते, वेन टेंकयांग क्यूरेटर बुद्धा म्यूजियम कुशीनगर, आरटीओ पर्यटन गोरखपुर, टी आई ओ टूरिज्म राजेश कुमार भारती आदि उपस्थित रहे।
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