तेरी यादों में
कुछ और दिन रहने दे
संग अपने चलने दे
चलते- चलते वो वक़्त
आ ही जायेगा जब
हमे बिछडना होगा नई
राह पर चलना होगा।
यह तो सच है कि
जिंदगी भर कोई
साथ नही निभाता
अपने को खुद ही
सम्भालना पडता है
सवारना भी पडता है।
कोई आपको बस राह
दिखा सकता है, राह
पर चलना तो हमारी
अपनी ही जिम्मेदारी है
जिन्दगी आसान नही होता
आसान बनाना पड़ता है।
अब तो इतनी दूर
आ गए है हम
जख्म जो मिले थे
वो भी हो रहे, कम
तू नहीं है मगर तेरी
यादो में जी रहे है हम।
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