Thursday 2nd of May 2024 06:40:53 PM

Breaking News
  • मुलायम के गढ़ में योगी का रोड शो , बुलडोजर पर खड़े होकर लोगो ने किया स्वागत , बोले -निस बार इतिहास रचेगा |
  • ममता बनर्जी को पहले से ही थी शिक्षक भर्ती घोटाले की जानकारी , TMC के पूर्व महासचिव कुणाल घोष ने किया बड़ा दावा |  
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 25 Nov 2021 5:51 PM |   306 views

शरद ऋतु

शरद ऋतु आपन रंग देखावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
पानी सिकुड़ल नदियन के चमक नया भइल
रहल बादल उतपाती कहीं हेरा गइल
गॅवे गॅवे जब डेग शरद बढ़ावे लागल
 
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
सोन्हापन माटी के फूलन के गंध में
भइले व्यस्त माली कुल अपने प्रबंध में
होरी धनिया के हिया हुलसावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
 
हरियाली लउके जइसे आइल बहार
करेले धरती आपन रातो दिन सिंगार
घमवा दुपहरियो में गुदगुदावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
कुछ गुंजन कलियन के गलियन से सुनाता
लागता कहीं भौरा के पंख फड़फड़ाता
 
प्यास सपना के दिनवो में जगावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
चमके ले दूध नीयर चम चम चनरमा
चांदनी के देख बुताइए जाले शमाँ
 
नौका विहार माझियो करावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
शरद ऋतु आपन रंग जमावे लागल
गीत द्वारे द्वारे आ के गावे लागल
Facebook Comments