रात में सक्रिय होते हैं फाइलेरिया के परजीवी: डॉ हरेंद्र
देवरिया-सीएमओ कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में आज फाइलेरिया मरीजों की जांच के लिए प्री टास्क नाईट ब्लड सर्वे (एनबीएस) के लिए लैब टेक्निशियन व स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। नोडल अधिकारी डॉ. हरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में जिले के 16 ब्लॉक के सीएचसी, पीएचसी और नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों के कर्मी शामिल हुए। डॉ हरेंद्र ने कहा कि कि फाइलेरिया मच्छर से फैलने वाली बीमारी है। माइक्रो फाइलेरिया मनुष्य के शरीर में रात में ही सक्रिय होते हैं। इसीलिए इनकी जांच रात में की जाती है। मास्टर ट्रेनर डब्ल्यूएचओ के जोनल कोआर्डीनेटर डॉ नित्यानंद ठाकुर ने प्रशिक्षण देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग कर सर्वाधिक फाइलेरिया मरीजों वाले क्षेत्र को चयनित कर नाईट ब्लड सर्वे शिविर का आयोजन कर 20 वर्ष एवं उससे अधिक उम्र के सभी लोगों की जांच जरूर कराएं। जिला मलेरिया अधिकारी सीपी मिश्रा ने बताया कि फाइलेरिया नियंत्रण अभियान जिले के सभी सीएचसी और पीएचसी पर चल रहा है।
इसके लिए इसके लिए 16 ब्लॉक के 16 प्लानिंग यूनिट (दो सेंटीनल एवं एक रैंडम स्थलो) पर रात 10 बजे से नाइट ब्लड सर्वे किया जाएगा।
प्रशिक्षण में अर्बन नोडल अधिकारी डॉ आरपी यादव, डॉ वीके श्रीवास्तव, सहायक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि सहित सीफार व पाथ संस्था के प्रतिनिधि सहित आदि मौजूद रहे।
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