डीएम के कहने पर ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद ने छोड़ा पान-मसाला

लगभग दो माह पूर्व जनता दर्शन में विनोद कुमार ने अपनी निजी समस्या जिलाधिकारी के समक्ष रखी थी। जिलाधिकारी ने समस्या सुनने के बाद गंभीर स्वर में कहा था ‘पहले पान मसाला छोड़िए, फिर बात होगी।’ यह एक वाक्य विनोद कुमार के जीवन की दिशा तय करने वाला बन गया और उसी दिन से उन्होंने पान मसाला खाना छोड़ दिया।
विनोद कुमार ने न केवल स्वयं यह लत छोड़ी, बल्कि अपने आसपास के छह अन्य ई-रिक्शा चालकों को भी इसके दुष्परिणाम समझाकर उन्हें भी छुड़वा दिया। उन्होंने बताया कि इस परिवर्तन से उनकी बेटी बहुत खुश है और घर में अब पहले से कहीं अधिक सकारात्मक माहौल है।
बैठक में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने विनोद कुमार के संकल्प की सराहना करते हुए कहा कि जब कोई व्यक्ति खुद को बदलता है, तो उसका असर केवल उस तक सीमित नहीं रहता बल्कि वह समाज को भी दिशा देता है। इच्छाशक्ति से किसी भी बुरी आदत से छुटकारा पाया जा सकता है।
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