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By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 14 Jun 2025 7:07 PM |   468 views

निष्पक्ष पत्रकारिता की आधारशिला है सच्चाई -राकेश मौर्य

गोरखपुर- निष्पक्ष प्रतिनिधि हिंदी समाचार पत्र का आठवां स्थापना दिवस राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर के यशोधरा सभागार में आयोजित किया गया । 
 
 
 निष्पक्ष प्रतिनिधि हिंदी  साप्ताहिक समाचार पत्र के संरक्षक सुरेन्द्र प्रताप मौर्य द्वारा बुद्ध प्रतिमा पर पुष्प अर्पण और श्रीलंका बुद्धविहाराधिपति डॉ नंद रतन थेरो द्वारा बुद्ध वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । 
 
कार्यक्रम का संचालन मधुर आवाज की धनी रीता श्रीवास्तव ने किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान संपादक निष्पक्ष प्रतिनिधि राकेश मौर्य ने किया । 
 
इस कार्यक्रम में  परिचर्चा का विषय था “निष्पक्ष पत्रकारिता की नई चुनौतियां “ । जिस पर वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए । 
 
पूर्व राज्य सभा सांसद कनकलता सिंह ने कहा कि समाज का आईना है पत्रकारिता | जिसमें समाज का प्रतिबिंब परिलक्षित होता है । पत्रकारों के सामने कई प्रकार की समस्याएं होती हैं जिससे वह हर समय जूझता रहता है । 
 
पूर्व विधायक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने आजादी के बाद पत्रकारों की स्थिति के बारे में बताया । तो वहीं रेलवे  मजदूर यूनियन के नेता आनंद सिंह  ने अखबारों के स्वरूप और खबरों के प्रामाणिकता पर सवाल उठाएं ।  उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया का अपना अस्तित्व है , जो सदैव रहेगा |
 
प्रधान संपादक निष्पक्ष प्रतिनिधि राकेश मौर्य ने कहा कि निष्पक्ष पत्रकारिता की आधारशिला है सच्चाई। और सच कडवा होता है। यदि आप जीवन में पूर्ण रूप से ईमानदारी और सच्चाई से काम करे तो समाज आपको कौड़ियों के भाव का समझता है । आज समाज में बौद्धिक व्यक्ति का मूल्यांकन उसके  आर्थिक स्तर से होता है । और समाज में जब यह स्थिति होगी तो निष्पक्षता और सच्चाई कैसे खड़ी हो सकती है ? 
 
उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकार को समालोचक  की भूमिका में  होना चाहिए जो आज नहीं है । श्री मौर्य ने गोपाल दास “नीरज” की इन  पक्तियों के साथ परिचर्चा कार्यक्रम का समापन किया । 
 
जिन मुश्किलों में मुस्कुराना हो मना,
उन मुश्किलों में मुस्कुराना धर्म है।
 
जिस वक़्त जीना गैर मुमकिन सा लगे,
उस वक़्त जीना फर्ज है इंसान का,
लाजिम लहर के साथ है तब खेलना,
जब हो समुन्द्र पे नशा तूफ़ान का
जिस वायु का दीपक बुझना ध्येय हो
उस वायु में दीपक जलाना धर्म है।
 
दूसरे चरण में अंतरराष्ट्रीय  लोकगायक डॉ राकेश श्रीवास्तव द्वारा भोजपुरी लोकगायन का सभी दर्शकों ने आनंद लिया । तो वहीं बनारस से आए  संदीप मौर्य ने कथक नृत्य प्रस्तुत कर समा बांध दिया । 
 
कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र देवरिया के डॉ कमलेश मीना और  कृषि विज्ञान केंद्र कुशीनगर की ऋद्धि वर्मा को सम्मानित किया गया । 
 
जल संचयन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु भूमि संरक्षण अधिकारी देवरिया संतोष मौर्य को सम्मानित किया गया । 
 
समाज सेवा के लिए बेचू चौधरी और अगम स्वरूप कुशवाहा को पुरस्कृत किया गया । 
 
शिवम् कुशवाहा को सब्जी खेती  और जया कुशवाहा को हैंडीक्राफ्ट के लिए सम्मानित किया गया । 
 
इस कार्यक्रम में 26 वी वाहिनी पीएसी के जवान , जिन्होंने वर्ष 2024 – 2025 में साहसिक कार्य किए थे ।
 
पीएसी के 10 जवानों को साहसिक कार्य हेतु सेनानायक 26 वी वाहिनी,गोरखपुर और प्रधान संपादक निष्पक्ष प्रतिनिधि द्वारा सम्मानित किया गया । 
 
इस अवसर पर मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे विजय कुमार , प्रो अनिल राय हिंदी विभाग दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर ,सहायक अभियोजन अधिकारी दानिश जमाल , उपनिदेशक संग्रहालय डॉ यशवंत सिंह राठौर ,राम सिंह यादव जिला उद्यान अधिकारी , दीनानाथ कुशवाहा पूर्व विधायक , ज्ञान यादव, प्रो प्रवीण (क्षेत्रीय समन्वयक राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ), जे पी धर द्विवेदी , प्रो रविप्रकाश मौर्य, प्रो सुमन मौर्य , गिरीश कुशवाहा, राम सिंगार यादव, चित्रसेन , राम दुलारे चौरसिया , तेजा गांधी , पवन कुशवाहा , जयंत , सुरेन्द्र कुशवाहा, शिव नाथ , मनीष जैन, सुशील ,  आदि लोग उपस्थित रहे ।
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