स्टाॅप डायरिया अभियान के तहत दिया जा रहा ओआरएस पैकेट

सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बताया कि डायरिया की रोकथाम के लिए पहली बार दो महीने तक अभियान चलेगा। इससे पहले केवल दो सप्ताह तक अभियान चलाया जाता था, मगर देश में डायरिया से 0 से पांच साल तक के बच्चों की नौ फीसदी मौत की दर को देखते हुए केंद्र सरकार ने पहली बार इसकी अवधि को चार गुना बढ़ा दिया है। यह अभियान सीएचसी और पीएचसी स्तर पर चलाया गया है। उन्होंने बताया कि जिले की करीब 2600 आशा कार्यकर्ता और 428 एएनएम ओआरएस के दो-दो पैकेट और जिंक की 14-14 गोलियां घर-घर जाकर बांट रहीं हैं।
आशा कार्यकर्ता बच्चों की जांच के साथ उनके माता-पिता को भी जागरूक कर रहे हैं। डायरिया होने पर बच्चों को कितना घोल दिया जाएगा उसकी जानकारी भी साझा की जा रही है। इसके अलावा बच्चों और अभिभावकों को पानी उबालकर पीने, अच्छी तरह से हाथ होने, स्वच्छता और पोषक आहार लेने के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
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