मशरूम की खेती और मूल्य संवर्धन पर पांच दिवस प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

प्रशिक्षण में 25 अनुसुचित जाति के किसानों को मशरूम की खेती, प्रबंधन और मूल्य संवर्धनपर ट्रेनिंग दिया गया. प्रशिक्षुओं को एक दिवस में छोटेलाल के राधे मशरूम फार्म, जवाँही दयाल का लाइव टूर कराया गया।प्रशिक्षुओं को योजना अंतरगत कृषि निवेश जैसे लीची का पौधा, सरसों के बीज और पोषण वाटिका किट भी उपलब्ध कराया गया| जैसे किसान हरी-भरी सब्जियां और फलों का सेवन कर स्वस्थ रह सकें|
प्रशिक्षण में क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र के प्रमुख डॉ. पीपी सिंह जी कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. शमशेर सिंह जी अनुसुचित जाति उपयोजना के समन्व्यक डॉ विवेकानन्द सिंह और केंद्र के अन्य वैज्ञानिक डॉ रमेश के बी डॉ. गंगाराज आर., सुश्री रिद्धि वर्मा ,सुश्री श्रुति सिंह के साथ जे .पी .गुप्ता , प्रशांत गुप्ता , कौशलेंदु सिंह , मोतीलाल, हरिहर सिंह ,विशाल सिंह, रजनीश पांडे, सत्येन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे|
प्रशिक्षण के अंत में प्रगतिशील किसान भृगुन वर्मा जो कि मशरूम की खेती कर रहे हैं ,उन्होंने अपने अनुभव किसानों के साथ शेयर किया और उन्हें मशरूम की खेती शुरू करने के लिए प्रेरित किया|
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