दीपावली पर पराग के नये प्रोडक्ट लांच किये जाए-धर्मपाल
लखनऊ: प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए दुग्ध समितियों का सुव्यवस्थित और सुनियोजित संचालन सुनिश्चित किया जाए। बंद समितियों को क्रियाशील कराया जाए और संचालित समितियां किसी भी दशा में बंद न होने पाए। आगामी त्योहारों के दृष्टिगत पराग की मार्केटिंग बढ़ाई जाए और दीपावली पर पराग के नये प्रोडक्ट लांच किये जाए। पराग के उत्पादों की गुणवत्ता और उपलब्धता बनायी रखी जाए, कहीं से भी किसी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए।उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने यह निर्देश सोमवार को विधान भवन के अपने कार्यालय कक्ष में दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश के महत्वपूर्ण एवं सार्वजनिक स्थानों पर पराग बूथ स्थापित किये जाए। आगामी त्योहारों में आमजन को पराग के सभी प्रकार के उत्पादों जिसमें दूध, दही, लड्डू, मक्खन, घी आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारी कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। साथ ही आम जनता की अपेक्षा के अनुरूप पराग के नये उत्पादों को भी तैयार कराया जाए।
बैठक में बताया गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में माह सितम्बर तक 7512 दुग्ध समितियां कार्यरत हैं। जिला योजना के तहत लक्ष्य के अनुरूप 220 समितियों का गठन पूर्ण हो चुका है। 450 समितियों के पुनर्गठन के लक्ष्य के सापेक्ष 393 समितियों का पुनर्गठन पूर्ण हो चुका है। नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत 2250 समितियों के गठन के लक्ष्य के सापेक्ष 2039 समितियों का गठन पूर्ण हो चुका है। इस प्रकार अब तक कुल 2259 समितियों का गठन किया गया है।
बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनसे प्राप्त दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को समितियों की संख्या बढ़ाये जाने के संबंध में तत्परता से कार्य किये जाने और निर्धारित अवधि में लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक वैभव श्रीवास्तव, दुग्ध आयुक्त राकेश कुमार मिश्र, विशेष सचिव राम सहाय यादव, नयन तारा सहित दुग्ध विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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