Monday 23rd of June 2025 05:44:39 PM

Breaking News
  • हथियार डाल दो नहीं तो बारिश में भी सोने नहीं देंगे ,छतीसगढ़में गृहमंत्री अमित शाह की नक्सलियों को चेतावनी|
  • हर अमेरिकी नागरिक अब निशाने पर ,ईरान की यू. एस. ए को सीधी धमकी |
  • राजनीति में दिलचस्पी नहीं लेकिन टीम इंडिया का कोच बनने के लिए तैयार-सौरव गांगुली 
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 17 May 2025 6:39 PM |   194 views

डाक सामग्री पर आधारित कार्यशाला का हुआ शुभारम्भ

गोरखपुर -अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा एवं फिलैटलिक सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में डाक टिकटों पर वैश्विक बुद्ध विषयक तीन दिवसीय (17-19 मई, 2025) बौद्ध विषयक डाकटिकट प्रदर्शनी BuddhaPEX-25 International Philatelic Exhibition  एवं डाक सामग्री पर आधारित कार्यशाला का हुआ शुभारम्भ हुआ।

जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि गौरव श्रीवास्तव, पोस्ट मास्टर जनरल, गोरखपुर क्षेत्र, अति विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डाॅ0 रामचेत चौधरी, अन्तर्राष्ट्रीय कृषि वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष,पी0आर0डी0एफ0 फिलैटलिक सोसाइटी ऑफ उत्तर प्रदेश के महासचिव, डाॅ0 आदित्य सिंह एवं सदस्यगण एम0 गुलरेज, हिमांशु कुमार सिंह, संदीप चौरसिया, अभिषेक तोमर, रमन मण्डल, के0के0 पाण्डेय, मोहम्मद सफीक की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन अपना टी0वी0 चैनल के प्रमुख  आर0जे0 अनुराग ने किया।

भारत में पहली बार बौद्ध संग्रहालय में हुई बुद्ध पर डाक टिकटों की विशेष प्रदर्शनी – भारत में पहली बार राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर में बुद्ध पर विभिन्न 150 से अधिक देशों द्वारा जारी किये गये डाक टिकटों एवं तत्सम्बन्धी सामग्रियों का फिलैटलिक सोसाइटी द्वारा संकलित कर प्रस्तुत किये गये हैं। जिसमें श्रीलंका, नेपाल, भूटान, चीन, थाईलैण्ड, वियतनाम, इण्डोनेशिया, यू0एस0ए0 आदि देश उल्लेखनीय हैं।

विदेशों से भी कई लोगों ने अपने प्रदर्श एवं डाक टिकटों से सम्बन्धित किताबें भी प्रेषित की हैं। इस प्रदर्शनी में लगभग 1000 डाक सामग्रियां लगायी गयी हैं। जिसमें भगवान बुद्ध के जन्म से महापरिनिर्वाण तक की घटनाओं का अंकन डाक टिकटों, स्पेशल कवर, डाक कैन्सिलेशन, मिनियेचर शीट, पिक्चर पोस्टकार्ड आदि पर किये गये हैं।

उक्त प्रदर्शनी में 60 फ्रेम में डाक सामग्रियों का प्रदर्शन किया गया है। डाॅ0 आदित्य सिंह एवं  हिमांशु कुमार सिंह ने डाक टिकटों की बेसिक जानकारी एवं उनके संग्रह करने के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और इसको सबसे अच्छा शौक बताया।

कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर POSTCROSSING Meetup in Gorakhpur and release of Meetup Card, डाकटिकटों के इतिहास पर एक कार्यशाला, तथा पोस्टकार्ड पर लेटर राइटिंग एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें लगभग 10 विद्यालयों के लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। डाक सामग्रियों पर लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन कराते हुए उन्हें विविध जानकारी भी उपलब्ध करायी गयी।

उक्त अवसर में मुख्य अतिथि अतिथि गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न देशों में भगवान बुद्ध पर आधारित अद्भूत डाक टिकटों एवं सामग्रियों की प्रदर्शनी राजकीय बौद्ध संग्रहालय में पहली बार देखने का जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है, वह अद्वितीय है। आज की इस प्रदर्शनी की झलक से यह साबित हो रहा है कि क्यों पूरे विश्व में भारत का नाम विश्वगुरू के रूप में लिया जाता है। निःसंदेह रूप से भारत की जो पहचान प्राचीन काल से विश्व में स्थापित हुई है, वह भगवान बुद्ध के कारण है। यह गोरखपुर परिक्षेत्र भगवान बुद्ध की कर्मस्थली रहीं है। हमसब अत्यन्त भाग्यशाली है।

भारत ही नहीं, विश्व के किसी कोने में जाइये, तो वहाॅं बुद्ध जरूर नजर आते हैं। भगवान बुद्ध ने अपनी शिक्षाओं के माध्यम से पूरे विश्व की मानवता का कल्याण किया है। जो हमें समता, स्वतंत्रता, बंधुता, मैत्री एवं शान्ति का सन्देश देता है। चिरकाल से वर्तमान परिवेश तक भगवान बुद्ध के सन्देश जन-जन के लिए अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। शैक्षिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से संग्रहालय के प्रयासों की निरन्तरता की कड़ी में इस अद्भुत, ज्ञानवर्धक एवं सफल आयोजन के लिए आयोजकों को धन्यवाद।

उक्त अवसर पर अतिविशिष्ट अतिथि पद्मश्री डाॅ0 रामचेत चौधरी ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि विश्व में भारत को बुद्ध की धरती के रूप में याद किया जाता है। भारत का अतीत अत्यन्त गौरवशाली रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान निरन्तर बढ़ती जा रही है, जो बुद्ध की सरल शिक्षाओं चार आर्य सत्य के कारण है। बौद्ध संग्रहालय ने वास्तव में गोरखपुर परिक्षेत्र के जन-जन को बौद्ध सामग्री से परिचित कराने के लिए इस प्रदर्शनी के माध्यम से अनूठी मिशाल कायम की है।

संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर ने कहा कि संग्रहालय ज्ञान का वातायन, अतीत का संरक्षक एवं भविष्य का शिक्षक होता है। विभिन्न छात्र-छात्राओं को संगहालय से जोड़ने तथा उन्हें अपने गौरवशाली इतिहास, कला संस्कृति एवं पुरातात्विक जानकारी प्रदान करने के लिए निरन्तर हम दृढ़ संकल्पित है।

बौद्ध संग्रहालय में आयोजित BuddhaPEX-25 International Philatelic Exhibition तथागत बुद्ध के वैश्विक स्वरूप को अभिव्यक्त करने का सशक्त माध्यम है। उक्त अवसर पर विभिन्न विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं सहित लगभग 25 शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अभिभावकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

Facebook Comments