निःस्वार्थ भाव से की गयी सेवा ही सच्ची राष्ट्र सेवा है-डॉ0 कमला यादव
सलेमपुर-आज राजकीय महिला महाविद्यालय मझौलीराज की राष्ट्रीय सेवा योजना अवंतिका इकाई के सप्त दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन समारोह आज आयोजित किया गया |
शिविर का शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० हरीश कुमार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उसके बाद महाविद्यालय से रैली कार्यक्रम का आयोजन किया जो महाविद्यालय से लेकर प्राथमिक विद्यालय मझौलीराज शिक्षानगर तक किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के मुख्य अतिथि एवं प्राचार्य प्रो० हरीश कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के इतिहास व उददेश्य के बारे में बताते हुये कहा कि इसकी शुरूआत 24 सितम्बर 1969 को गाँधी शताब्दी वर्ष से हुई । राष्ट्र की युवा शक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रम है ।
इसकी गतिविधियों में भाग लेने वाले विधार्थी समाज के लोगो के साथ मिलकर समाज के हित में कार्य करते है उन्होने ने स्वयं सेविकाओ के कर्तव्यों के विषय में बताते हुये कहा कि निःस्वार्थ भाव से की गयी सेवा ही सच्ची राष्ट्र सेवा है। स्वयं सेविकाएं राष्ट्रीय सेवा योजना के देश की पीढी को एक शिक्षित व जिम्मेदार नागरिक बनाकर अपना सहयोग देश के विकास में प्रदान कर सकती है। राष्ट्र में अगर सेवा की सच्ची भावना हो जाये तो वह देश का भविष्य उज्ज्वल होगा।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० योगेन्द्र सिंह ने उन्होने ने अपने वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य ” मै नही आप ” लोकतांत्रिक जीवन के सार का दर्शाता है। यह रेखांकित करता है कि एक व्यक्ति के कल्याण के अंत में पूरे समाज का कल्याण निर्भर है। इसका प्रतीक कोणार्क के सूर्य मंदिर के रथ का पहिला है। पहिया जीवन के प्रगतिशील चक्र का प्रतीक है ।
डॉ0 जनार्दन झा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में वसुधैव कुटुंबकम के अर्थ का बताते हुए स्वयं सेविकाओ को उनके कर्तव्यों को बताया और कहा कि राष्ट्र की सेवा ही सच्ची सेवा है |
डॉ0 कमला यादव ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कर्तव्यों को बताते हुए कहा कि निःस्वार्थ भाव से की गयी सेवा ही सच्ची राष्ट्र सेवा है । स्वयं सेविकाए राष्ट्रीय सेवा योजना के ध्वज तले मलिन बस्तियों में रहने वालो को सफाई का महत्व बताकर जन जागरूकता अभियान व रैली के माध्यम से समाज में नयी चेतना जगाने का कार्य कर सकती है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।