ताइवान ने अपनी सीमा क्षेत्र के नजदीक युद्धाभ्यास करने पर चीन का कड़ा विरोध जताया
ताइवान ने अपनी सीमा क्षेत्र के नजदीक युद्धाभ्यास करने पर चीन का कड़ा विरोध जताया है| ताइवान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, चीन अपने ऊपर नियंत्रण रखे, ताइवान की सीमा में फेरबदल की कोशिश ना करे| इसके अलावा बयान में ये भी कहा गाया है कि ताइवान चीन के दबाव में नहीं आएगा, ताइवान स्ट्रेट में यथास्थिति बिगाड़ने की कोशिश न कि जाए|
चीन ने अपने सैन्य अभ्यास के बारे में कहा है, ये अभ्यास ताइवान स्वतंत्रता बलों के अलगाववादी कामों के लिए कड़ी सजा और बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप और उकसावे के खिलाफ कड़ी चेतावनी है. चीन इस अभ्यास के जरिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत संकेत भेजना चाह रहा है| क्योंकि ताइवान के नए राष्ट्रपति साशी लाई ने अपने पहले भाषण में चीन को कई चेतावनी दी थी|
ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट में शांति और स्थिरता बनाए रखना, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहमति है. ताइवान स्ट्रेट पर हो रहे चीन के अभ्यास पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय नजर रखे हुए है. चीन बार बार ताइवान के लोकतंत्र को धमकी दे रहा है और एकतरफा तरीके से ताइवान सागर और इंडो-पैसिफिक शांति और स्थिरता को कमजोर कर रहा है| ताइवान ताइवान स्ट्रेट में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और चीन से खुद पर कंट्रोल करने का आह्वान करता है. विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि ताइवान लोकतंत्र की आस्था का पालन करना जारी रखेगा और जबरदस्ती और दमन के कारण नहीं बदलेगा|
ताइवान के राष्ट्रपति लाई ने अपने भाषण के दौरान कहा था, प्यारे देशवासियों हमारे पास शांति कायम करने का आदर्श है, लेकिन हमें भ्रमित नहीं होना चाहिए| यह समझना चाहिए कि भले ही हम चीन के सभी दावों को मान लें और अपनी संप्रभुता छोड़ दें, तब भी ताइवान पर कब्जा करने की चीन का लालच खत्म नहीं होगा|