पाकिस्तान में राष्ट्रपति की बेटी को फर्स्ट लेडी का दर्जा दिया गया
फर्स्ट लेडी का नाम सुनते ही राष्ट्रपति की पत्नी ही जहन में आती है| लेकिन पाकिस्तान में अब ये पद राष्ट्रपति की बेटी को दिया जा रहा है| देश के नवनियुक्त राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपनी बेटी आसिफा भुट्टो जरदारी बतौर देश की फर्स्ट लेडी के रूप में औपचारिक मान्यता देने का फैसला किया है| आमतौर पर फर्स्ट लेडी की उपाधि राष्ट्रपति की पत्नी को ही दी जाती है|
पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में ये पहली बार होगी जब देश के राष्ट्रपति ने फर्स्ट लेडी के पद के लिए अपनी बेटी के नाम की घोषणा करने का फैसला किया है| जरदारी के इस फैसले ने उनकी बेटी आसिफा को फर्स्ट लेडी जैसे प्रतिष्ठित पद पर पहुंचा दिया| इसके साथ ही वो फर्स्ट लेडी बनने वाली किसी राष्ट्रपति की पहली बेटी होंगी| बताया जा रहा कि आधिकारिक रूप से घोषणा होने के बाद आसिफा भुट्टो जरदारी को फर्स्ट लेडी के अनुरूप प्रोटोकॉल और विशेषाधिकार दिए जाएंगे|
आसिफा भुट्टो जरदारी का जन्म 3 फरवरी 1993 में पाकिस्तान में हुआ था. उन्होंने 25 साल की उम्र में पहली बार आम चुनाव में लड़ा था| वो पाकिस्तान की पहली बच्ची थीं जिन्हें पोलियो का टीका दिया गया था. तीन भाई बहनों में आसिफा सबसे छोटी हैं| उनकी पढ़ाई ब्रिटेन में हुई. हाल ही में हुए आम चुनाव में वो अपने भाई बिलावल के समर्थन में कई रैलियों में नजर आई थी|
बीते रविवार 10 मार्च को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ जरदारी ने पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और दूसरी बार कार्यभार संभाला. खास बात ये है कि सैन्य प्रमुखों को छोड़कर जरदारी पाकिस्तान के एकमात्र नागरिक उम्मीदवार हैं जिन्हें दूसरी बार राज्य प्रमुख के रूप में चुना गया है| इससे पहले उन्होंने 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था|
जरदारी ने शनिवार को अपने प्रतिद्वंद्वी और पश्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (पीकेएमएपी) के प्रमुख महमूद खान अचकजई को हराया| जरदारी ने 411 चुनावी वोट हासिल किए थे जबकि महमूद खान को महज 181 वोट ही मिले थे| जीत के बाद जरदारी का राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया| जिसके बाद पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा ने इस्लामाबाद में राष्ट्रपति भवन में जरदारी को को शपथ दिलाई| इस दौरान देश के नवनिर्वाचित प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ मौजूदा राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के साथ ही जरदारी के बेटे और पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी भी मौजूद थे|