युवा पक्षी है उन्मुक्त आकाश के लिए – सुमित त्रिपाठी
कुशीनगर -एन एस एस का ध्येय वाक्य – मैं नहीं,आप राष्ट्र सेवा का भाव समाहित किए हुए है। यह समर्पण अनुशासन और सेवा करने वाला संगठन है।एन एस एस का स्वयंसेवक होना स्वयंसेवक होना गर्व और जिम्मेदारी का भाव पैदा करता है।आप लोग समाज में परिवर्तन के अग्रदूत हैं। समाज की कमियों को दूर कर अन्दर से सुधार करने वाला संगठन राष्ट्रीय सेवा योजना है।इस हेतु यह समाज और राष्ट्र एन एस एस के स्वयंसेवकों का ऋणी है।
उपरोक्त बातें प्रो विनोद मोहन मिश्र प्राचार्य बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुशीनगर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्घाटन के अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कही।
मुख्य अतिथि सुमित त्रिपाठी ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना,स्वयसेवको के अंदर राष्ट्रीय चरित्र का विकास करती है।हम राष्ट्र को अपनी मां मानते है।यह आप तय करेंगे कि राष्ट्र निर्माण हेतु आप किस तरह से योगदान दे सकते हैं।शिवत्व वही है जहां विरूद्ध का समन्वय होता है।राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक में शिवत्व का भाव कूट- कूट कर भरा होता है।युवा पक्षी है उन्मुक्त आकाश के लिए,युवा ऊर्जा राष्ट्र के लिए,युवा दृष्टि है समाज के लिए।राष्ट्र निर्माण में युवा ऊर्जा सकारात्मक योगदान दे सकती है।
मुख्य वक्ता डॉ .वीरेंद्र साहू ने बोलते हुए कहाकी जिसके अंदर असीमित ऊर्जा होती है वही युवा है।भविष्य में हमारा राष्ट्र कैसा होगा यह युवा ही तय करते है।हमे समस्याओं से लड़ना है न कि आपस मे लड़ना है।यह दृष्टि हमारे युवाओं को विकसित करनी है।प्रसन्नता से ऊर्जा मिलती है और ऊर्जा कार्य सिद्धि का कारण बनती है।अतः हमें सदैव प्रसन्न रहना चाहिए।अपने अनुभवों से सीखना , निरंतर अभ्यास और प्रश्न करने का साहस आपको सशक्त युवा बनाता है।समर्थ युवा ही राष्ट्र निर्माण का कार्य कर सकता है।
बौद्धिक सत्र में कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका प्रेरणा शर्मा ने किया।स्वयंसेविका अर्चना कुशवाहा,रूबीना खातून,अनुपमा साह,रिया भारती ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
अतिथि स्वागत एवम् परिचय , कार्यक्रम अधिकारी डॉ निगम मौर्य ने किया | जबकि आभार ज्ञापन डॉ पारस नाथ ने किया। मंच संचालन हेतु व्यवस्था और मार्गदर्शन डॉ जितेंद्र मिश्र ने किया।7 मार्च से प्रारंभ हुए इस कैंप में कुल 150 स्वयंसेवक ने भाग लिया ।