नेपाल ने दक्षिण एशिया की पहली रजिस्टर्ड समलैंगिक शादी कराकर इतिहास रच दिया
अभी हाल में राजशाही और हिंदू राष्ट्र की मांग की वजह से खबरों में रहा भारत का पड़ोसी देश नेपाल अब एक ऐतिहासिक शादी की वजह से चर्चा में है| सेम सेक्स रिलेशन यानी समलैंगिक संबंधों को लेकर एशिया के देशों में अब भी बहुत हिचकिचाहट है, ज्यादातर देश इसके समर्थक नहीं हैं, लेकिन नेपाल ने दक्षिण एशिया की पहली रजिस्टर्ड शादी कराकर इतिहास रच दिया है|
नेपाल भी वैसे बहुत हद तक एक रूढ़ीवादी देश ही है, लेकिन पिछले दिनों वहां की सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक अंतरिम आदेश में यह कहा कि नेपाल में अब से समलैंगिक शादियों के रजिस्ट्रेशन की इजाजत होगी| जिस जोड़े ने शादी की है, उनमें एक का नाम राम बहादुर माया गुरुंग और दूसरे का सुरेंद्र पांडे है|
36 साल के राम बहादुर जन्मे तो पुरुष थे, लेकिन वे अपनी पहचान महिला के रूप में बताते हैं| वहीं 26 साल के सुरेंद्र पांडे पैदा भी पुरुष हुए थे और खुद को पुरुष कह कर ही संबोधित करते हैं. दोनों की शादी पश्चिम नेपाल के लुमजुंग जिले में डौरडी गांव में हुई| नेपाल के प्रगतिशील और समलैंगिक शादियों के लिए मुखर लोगों ने इस शादी का स्वागत किया है|
यह जोड़ा 9 साल से रिलेशनशिप में था और इन्होंने साल 2016 ही में हिंदू रीति रिवाजों से शादी कर ली थी. तब उन्होंने राजधानी काठमांडू में विवाह किया था लेकिन उसको मान्यता नहीं थी| अब शादी के पंजीकृत हो जाने के बाद यह लीगल मैरेज माना जाएगा| शादी करने वाला समलैंगिक जोड़ा अब जॉइंट अकाउंट खोल सकेगा| साथ ही और दूसरे जोड़ों ही की तरह अपनी संपत्ति एक दूसरे को ट्रांसफर कर सकता है| नेपाल की सुप्रीम कोर्ट को समलैंगिक शादियों से जुड़े इस मामले पर अभी वैसे तो अंतिम आदेश देना है लेकिन इंटरिम ऑर्डर ही से इसके हिमायती बहुत ज्यादा खुश हैं|
एशिया में नेपाल के अलावा ताइवान ही एक ऐसा देश है जहां समलैंगिक विवाह लीगल है. जहां तक नेपाल की बात है, साल 2006 में यहां माओवादी विद्रोह समाप्त हुआ| इसके बाद नेपाल लगातार प्रगतिशील होता गया| साल 2007 में काठमांडू की सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज को अनुमति दी और बाद में कहा गया कि व्यक्ति के लिंग के आधार पर कोई भेदभाव न हो लेकिन समलैंगिक अधिकारों को बड़ी जीत मिली 27 जून, 2023 को जब सुप्रीम कोर्ट ने इसके रजिस्ट्रेशन को मंजूरी दे दी|