Sunday 19th of May 2024 03:57:03 AM

Breaking News
  • PMO के अधिकारी मेरे उपर 24 घंटे नज़र रखते थे , केजरीवाल बोले – AAP एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार है |
  • मै अमेठी का था , हूँ और रहूँगा , राहुल गाँधी बोले – बीजेपी ने यहाँ बहुत नुकसान किया |
  • टेक्सास में पुल से टकराई ईधन ले जा रही नौका , 2000 गैलन तेल गिरने की आशंका |
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 25 Nov 2023 6:36 PM |   156 views

मुंबई कोविड काल मे विभिन्न घोटालो में पहली बार गिरफ्तारी, रोमिन छेड़ा अरेस्ट हुआ

मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कोविड ऑक्सीजन प्लांट मामले में आरोपी बीएमसी ठेकेदार रोमिन छेड़ा को गिरफ्तार किया है |इस घोटाले में ये पहली बड़ी गिरफ्तारी है. इसे उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का करीबी बताया जा रहा है| दरअसल, महाराष्ट्र में कोरोना के दौरान ऑक्सीजन प्लांट घोटाले के अलावा बॉडी बैग घोटाला, खिचड़ी घोटाला और रेमडेसिवीर घोटाला सामने आया था|

ऑक्सीजन प्लांट के लिए 140 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया था, जिसका कॉन्ट्रैक्ट रोमिन छेड़ा को दिया गया था. लेकिन, इसमें से महज 38 करोड़ रुपए ही खर्च किए गए थे| बाकी का 102 करोड़ रुपए मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए गबन किया गया|

ऑक्सीजन प्लांट मामले मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तारी हुई है. रोमिन पर बुधवार रात ही मुंबई के नवघर पुलिस स्टेशन में किरीट सोमैया की शिकायत के बाद FIR दर्ज करवाई गई थी, जिसे गुरुवार ही EOW को ट्रांसफर कर दिया गया था| रोमिन से कल से EOW पूछताछ कर जा रही थी, लेकिन वह मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर सही जवाब नहीं दे रहा था|

140 करोड़ के ऑक्सिजन प्लांट कोविड काल मे लगवाने थे, लेकिन महज 38 करोड़ खर्च किए गए बाकी के 102 करोड़ कहां गए ये सवाल उठाते हुए किरीट ने सीधे अदित्य ठाकरे पर सवाल उठाए थे| रोमिन को कॉन्ट्रैक्ट देने का विरोध तत्कालीन MVA सरकार में मंत्री और कांग्रेस के नेता असलम शेख ने भी विरोध किया था| इसके बावजूद ऑक्सीजन प्लांट के रोमिन को टेंडर दिए गए|

नवघर पुलिस में किरीट ने इस पर FIR दाखिल करने के लिए शिकायत की थी. उन्होंने मुंबई पुलिस में FIR के बाद रोमिन कि शिकायत ED में भी की| अब इस मामले में EOW द्वारा हुई गिरफ्तारी के बाद ED की भी एंट्री सभव है| वहीं, इस महीने के शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बढ़ी हुई दरों पर खरीदे गए बॉडी बैग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बीएमसी के अतिरिक्त नगर आयुक्त (परियोजना) पी वेलरासु का बयान दर्ज किए थे|

ईडी महामारी के दौरान एक साल के अंतराल में बीएमसी द्वारा दो अलग-अलग दरों पर बॉडी बैग की खरीद की जांच कर रही है. इसे 2020 में 6,800 रुपए की दर से खरीदा गया था, जबकि अन्य सरकारी एजेंसियों ने इसे उसी ठेकेदार से 2,000 रुपए प्रति पीस के हिसाब से खरीदा था| एक साल बाद बीएमसी ने उसी ठेकेदार से 600 रुपए प्रति पीस की दर से बॉडी बैग खरीदे थे|

Facebook Comments