सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को करेंगे सम्मानित:शलभ मणि त्रिपाठी

सड़क सुरक्षा पखवाड़ा 17 जुलाई से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा, जिसमें सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए विविध जागरूकतापरक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

इसलिए परिवार के बड़े-बुजुर्ग सुनिश्चित करें कि घर से युवा जब दोपहिया वाहनों से बाहर निकले तो हेलमेट अवश्य लगाएं और यातायात नियमों का पालन करें। सीट बेल्ट का प्रयोग करें एवं ड्राइविंग करते समय मोबाइल का प्रयोग न करें।
उन्होंने कहा कि सड़क हादसे में किसी की मृत्यु होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण होता है। हादसे के बाद घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले नेक आदमी (गुड सेमेरिटन) को वे स्वयं उसके घर जाकर सम्मानित करेंगे।

उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद का एक घंटा गोल्डन ऑवर होता है, इस अवधि में घायल को हॉस्पिटल पहुंचाकर उसका जीवन बचाया जा सकता है। यदि आम लोग बतौर गुड सेमेरिटन घायलों को अस्पताल पहुंचाए तो सड़क हादसों में होने वाली 50 प्रतिशत मृत्यु को कम किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का हेल्पलाइन नंबर 1033 या 108 नंबर डायल कर मदद पहुंचाई जा सकती है।
जिलाधिकारी ने बताया कि 1033 नंबर डायल करते ही हाईवे पर एंबुलेंस, क्रेन और वेहिकल तीनों पहुंचते हैं और आवश्यकतानुसार घायल का सहयोग करते हैं। इसके अलावा 112 नंबर पर डायल करके भी एंबुलेंस मंगवाई जा सकती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि तेज गति से वाहन न चलाए। गलत तरीके से ओवरटेक न करें। हेडलाइट हाई बीम पर नहीं जलाएं। नींद, थकान एवं नशे की दशा में वाहन बिल्कुल न चलाये।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा कि थोड़ी सावधानी बरतकर एवं ट्रैफिक नियमों का पालन कर इनसे बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन कर दुर्घटनाओं को कम करने में पुलिस का सहयोग करें और सुरक्षित रहें। सड़क दुर्घटना को कम करने में प्रशासन के साथ जन सहयोग भी अत्यंत आवश्यक है। यदि लोग स्वप्रेरणा से ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे तो दुर्घटनाएं स्वतः कम हों जाएंगी।
कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा शपथ भी लिया गया। इसके पश्चात सदर विधायक ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत वाहन रैली को भी रवाना किया।

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