तम्बाकू का सेवन है खतरनाक
तम्बाकू से होने वाले नुकसान से बचाव हेतु जन जागरूकता बढाने के उद्देश्य से वर्ष 1988 से प्रतिवर्ष 31 मई को पूरी दुनिया में ” विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है | कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का 27 प्रतिशत तम्बाकू से होता है | अपने देश में तेरह लाख अकाल मौतों का कारण तम्बाकू जनित कैंसर है | तम्बाकू चालीस प्रकार के कैंसर का कारण है |उत्तर प्रदेश में 22 .9 प्रतिशत युवा तम्बाकू का प्रयोग करते हैं | इस वर्ष का थीम है – हमे भोजन चाहिए , तम्बाकू नही ” |
इस थीम पर हमे विचार गोष्ठियों के जरिए लोगो में तम्बाकू का त्याग कर अपने स्वास्थ्य को बनाये रखने हेतु लोगो को जागरूक करना है | लोगो को यह बताने की जरुरत है कि तम्बाकू के सेवन से दाँतों , मसूडो के साथ – साथ हमारा फेफड़ा , हृदय ,पेट व सम्पूर्ण तंत्रिका तंत्र बुरी तरह प्रभावित होता है | तम्बाकू में निकोटिन सहित हजारों खतरनाक रसायन होते हैं | तम्बाकू में पायी जाने वाली कार्बन मोनो डाईआक्साइड जैसी जहरीली गैसे हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घटक है |
- मनोज मैथिल “