उफ़ ये गर्मी
सूर्य का पृथ्वी के निकट आ जाना,ज्येष्ठ और आषाढ़ के माहीने का आगमन,सूर्य की किरणों का इतना तेज हो जाना की सुबह के समय भी सहन ना होना ‘ग्रीष्म ऋतु’ का आगमन हो चुका है।
गर्मी से हमें लाभ भी है, इसी मौसम में फलों का राजा आम आते हैं,,,
“नायाब आम लुत्फ हुए रंग रंग के
कोई है ज़र्द कोई हरा कुछ है लाल लाल,,,”
-जलील मानिकपुरी
लीची तरबूज खरबूज खीरा ककड़ी यह सब गर्मी के फल हैं और यह सभी फल ग्रीष्म के प्रभाव को कम करते हैं और इनके बीज ‘मगज’ कहलाते हैं जो हमारे मस्तिष्क यानी दिमाग के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।
“ये गर्मी का मौसम है और आज-कल, हैं बाज़ार में हर तरफ़ फल ही फल
कहीं मौसमी के हैं ठेले भरे, दुकानों में रखे कहीं संगतरे
कहीं ढेर हैं ख़रबूज़ों के पड़े, हैं तरबूज़ फ़ुटबाल से भी बड़े
लगाता है आवाज़ कोई यहाँ, कि पच्चीस पैसे में दो ककड़ियाँ
ये ठंडी हैं मीठी हैं कच्ची भी हैं, मुलाएम हैं पतली हैं सस्ती भी हैं
ये सब ने’मतें रब ने की हैं अता, है लाज़िम करें शुक्र उस का अदा”
-मुर्तजा साहिल तस्लीमी
ये वो मौसम है जिसमें ट्रैफिक सिग्नल पर रेडलाइट होने पर दूर किसी पेड़ की छांव में सब रुक कर हरी बत्ती होने का इंतजार करते हैं।
बेल का शरबत ,गन्ने का रस ,नींबू की शिकंजी तो ,फालूदा कुल्फी का लुत्फ इसी मौसम में आता है।
मोहल्ले में रौनक बढ़ जाती है कि मामा के घर, दादा दादी के घर बच्चे पहुंचते हैं गर्मी की छुट्टियों में।
प्यासे कौवे की कहानी तो हम सब ने सुनी हैं,,, प्यासा कौवा अब स्मार्ट हो गया है, रास्ते में या किसी घर की छत पर यदि नल की टोटी लगी है तो खोलकर पानी पी लेता है और अपनी प्यास बुझाता है।
कव्वा तो स्मार्ट बन गया, हमें भी इस मौसम में स्मार्टली कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए,,, जैसे अधिक गर्मी में घर से ना निकले,, 12:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक, इस समय लू का प्रकोप होता है और सूर्य देव भी चरम पर होते हैं तो बस घर में रहिए।
हल्के रंग के ढीले कपड़े पहने, अपने को हाइड्रेट रखिए लस्सी, छाछ, नींबू पानी,आम का पन्ना,, इनका सेवन रेगुलर कीजिए। चाय ,कॉफी, शराब का सेवन मत कीजिए,,, यदि लू लग ही गई हो तो चीनी नमक का घोल पीजिए।
घर के बड़े बुजुर्ग और बच्चों का ध्यान दीजिए,, जी हां आप कहेंगे कि इस age group के लोग सुनते ही कहा है? थोड़ा प्यार थोड़ी युक्ति का इस्तेमाल कीजिए| बस गर्मी कट जायेगी।
गर्मी अगर अच्छी पड़े तो कहते हैं वर्षा ऋतु भी खूब खुश होकर खूब बरसती हैं। अनाज पकते हैं तो गर्मी के कारण, विषैले कीटाणु भी खत्म होते हैं तो गर्मी के कारण, परंतु यदि ध्यान ना दिया जाए तो ये ऋतु सर चढ़ जाती है|
बस यूं ही गर्मी के मौसम में अपना ध्यान रखें तो यह मौसम भी safely बीत जाएगा।
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