प्राकृतिक खेती करें किसान भाई – सूर्य प्रताप शाही

कृषि मंत्री, विधायक तमकुही राज, जिलाधिकारी व अन्य गणमान्यों द्वारा आज कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। इस अवसर पर आयोजित कृषि गोष्ठी कार्यक्रम का कृषि मंत्री, विधायक तमकुही राज व जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया।

उन्होनें बताया कि हमारे बच्चे/बच्चियों को मां का दूध बीमारी से बचाता है। कमजोर बच्चों को बकरी का दूध और गाय का दूध भी पिलाया जाता है। मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वज गाय के गोबर, गोमूत्र भी उपयोग में लाते थे। रसोई गोबर से लिपी जाती थी। आज गोबर गोमूत्र से खेती कैसे हो इस पर प्रयास हो रहा है।
उन्होनें प्राकृतिक खेती करने के लिए उपस्थित कृषकों को कहा। उन्होनें देवरिया कुशीनगर को मिलाकर कृषि विश्वविद्यालय के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद अर्पित किया।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लैब टू लैंड का नारा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह वर्ष मोटे अनाज का वर्ष है। उन्होनें बताया कि आज डेढ़ सौ किसानों को मडुआ का बीज दिया जाएगा उन किसानों की मॉनिटरिंग भी करनी है। अपने प्रदेश के भीतर गेहूं की फसल कटने के बाद जमीन परती रहती जिस पर जायद फसल उगाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न तरह की कृषि योजनाओं पर अनुदान के माध्यम से किसानों के उत्थान व उनके जीवन स्तर को उठाने के लिए कार्य कर रही है।
किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए विधायक तमकुहीराज डा असीम राय ने अपने संबोधन में केन्द्र तथा प्रदेश सरकार की योजनाओं का ऊल्लेख करते हुए कहा कि किसानों के हर दुख दर्द में सहयोगी सरकार द्वारा किसानों को खाद बीज उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के इंतजाम किए गए हैं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी रमेश रंजन ने किसान मेला व कृषि प्रदर्शनी के आयोजन हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किसानों की आय बढ़ाने तथा पैदावार बढ़ाये जाने हेतु उपस्थित किसानों का उत्साह वर्धन किया।
बतौर विशिष्ठ अतिथि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद वाराणसी के निदेशक डॉ तुषार कांति बोहरा ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने कृषि एवं किसान पर ध्यान दिया है। सरकार आज किसानों को खेती से जुड़ी विभिन्न नई-नई जानकारियां देने के लिए ब्लाक स्तर पर किसान मेले का आयोजन कर रही है।
इसके पूर्व अनुसूचित जाति उप योजना अंतर्गत किसान मेले में सबसे पहले किसानों का पंजीकरण कर तकनीकी सत्र में वैज्ञानिक व किसानों के बीच वार्ता से शुरू हुई। इसमें कृषकों को शासन स्तर से संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा केवीके परिसर में स्थापित मशरूम स्पान उत्पादन इकाई का लोकार्पण भी किया गया। मेले में लगे कृषि विभागो एवम कृषि उद्योग से संबंधित विभिन्न स्टालों का भ्रमण कर विधिवत जानकारी प्राप्त की गयी। वहीं आगंतुक किसानों को विशेषज्ञ वैज्ञानिकों द्वारा प्रक्षेत्र भ्रमण कराकर कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीकी विधि द्वारा विभिन्न कृषि उत्पादन की भौतिक जानकारी एवं कृषि परिचर्चा के माध्यम से जागरूक किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रगतिशील किसान पारसनाथ सिंह व डा रजनीश श्रीवास्तव ने किया।अंत में केवीके के प्रभारी डा अशोक राय ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर एडीएम प्रशासन देवी दयाल वर्मा,उद्यान विभाग के उप महानिदेशक डा आंनद सिंह, डा नीरज सिंह,डा कृष्ण गोपाल मंडल, डा आलोक श्रीवास्तव,गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिक डा विनय मिश्रा,डा अमित मिश्रा,सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता, शिवजी यादव,भाजपा जिलाध्यक्ष डा प्रेमचंद्र मिश्र,भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक अजय तिवारी, पूर्व प्रमुख डा विजय राय आदि उपस्थित रहे।
मेला में गन्ना शोध संस्थान सेवरही, द यूनाइटेड सुगर कंपनी लिमिटेड,कुशवाहा बायो एनर्जी,आयशर ट्रेक्टर, स्वराज ट्रैक्टर सहित दर्जनों खाद, बीज, कृषि संयंत्र के स्टॉल लगाए गए थे।
इस दौरान पूर्व चेयरमैन त्रिभुवन जायसवाल,डीपी राय इंटर कॉलेज के प्रबन्धक शेखर राय,राजीव रंजन तिवारी, भाजपा किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष अवधेश राय, सत्येंद्र शुक्ला, ब्रिजेश राय,शिवजी राय,कौशल सिंह, मौसम विशेषज्ञ श्रुति वी सिंह, तमकुहीराज ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डा वशिष्ठ राय, प्रधान धनंजय तिवारी,संजय राय, विश्वनाथआदि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
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