अपने निजी जानकारी को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रयोग ना करें- अपर पुलिस अधीक्षक
कुशीनगर -साइबर अपराध का क्षेत्र शहरों से गांव की तरफ शिफ्ट हो रहा है। शहरी क्षेत्र में साइबर क्राइम को लेकर जागरूकता बढ़ी है इसका परिणाम यह हुआ है कि साइबर ठगी करने वाले अब उन क्षेत्रों की तरह रुख कर रहे हैं जहाँ पर अभी जागरूकता का स्तर पर्याप्त नहीं है ।आप जब भी बैंक से संबंधित कोई भी गतिविधि करें बैंक की आधिकारिक वेबसाइट का ही प्रयोग करें। आप अपने निजी जानकारी को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रयोग ना करें। साइबर ठग से बचने के लिए जानकारी ही सबसे महत्वपूर्ण हथियार है।
उपरोक्त बातें अपर पुलिस अधीक्षक कुशीनगर रितेश सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना कुशीनगर एवं साइबर सेल द्वारा संयुक्त रूप से ‘साइबर ठगी से बचाव’ विषय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में कही।
क्षेत्राधिकारी कसया कुंदन सिंह ने बताया की तकनीकी की दुनिया जितनी तेजी के साथ बदल रही है उतनी तेजी के साथ हम अपनी तकनीकी जानकारी और कौशल को अद्यतन नहीं कर पाए हैं। फलस्वरूप साइबर ठग जिन तरीकों से हमें ठगने का प्रयास कर रहे हैं वह उनसे बचने का उपाय हमारे पास अभी नहीं होता है।किसी भी मोबाइल एप्स का प्रयोग करते हुए उसके सेफ्टी मेजर को जानना और उसके अनुसार ही सहमति देना अत्यंत आवश्यक है। किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना मोबाइल, ओटीपी,और पासवर्ड ना दें ।सावधानी हटी, दुर्घटना घटी के मंत्र का पालन करें अन्यथा कभी भी साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं ।
इस अवसर पर छात्रों और छात्राओं को साइबर क्राइम सेल के थाना प्रभारी मनोज कुमार पंत ने भी संबोधित किया। साइबर क्राइम सेल के विशेषज्ञ प्रशांत मिश्र एव कल्पना यादव ने भी उपस्थित छात्राओं को संबोधित किया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ निगम मौर्य ने समस्त अतिथिगण,छात्र छात्राओं एवं विद्वानों का स्वागत किया। आभार ज्ञापन कार्यक्रम अधिकारी डॉ पारसनाथ ने किया।
इस अवसर पर एनसीसी के कैडेट, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक,एस.आई. विनीत सिंह एवं कॉलेज के आचार्य प्रोफेसर राजेश सिंह, डॉ गौरव तिवारी डॉ त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी,प्रोफ उमाशंकर त्रिपाठी,प्रोफ सत्येंद्र गौतम,पूर्व प्राचार्य प्रो अमृतांशु शुक्ल,रमेश विश्वकर्मा,शशिकांत पाण्डेय, कृष्ण कुमार जायसवाल, विवेक मिश्र समेत बड़ी संख्या में स्रोता मौजूद थे।
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