सशस्त्र सेना झंडा दिवस
प्रत्येक वर्ष 07 दिसम्बर को हम भारतवासी सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस मनाते हैं। यह दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों व कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के लिए इस दिवस को निश्चित किया गया है। भारत सरकार तथा राज्य सरकारों के कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों तथा कर्मचारियों से धन संग्रहित करने के निमित्त अलग-अलग मूल्यों के सशस्त्र सेना झंडा दिवस टिकट/ स्टीकर वितरित किये जाते हैं।
बड़े स्टीकर को लोग अपने वाहनों व छोटे स्टीकर को अपने शर्ट/ कमीज या महिलाएं ब्लाउज पर सम्मान के साथ लगाते हैं।
स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् 28 अगस्त 1949 को भारत सरकार ने भारतीय सेना के वीर जवानों के कल्याणार्थ एक समिति का गठन किया था। इस समिति ने ही तय किया कि प्रतिवर्ष न दिसम्बर को झंडा दिवस मनाया जाए।
जिसे राष्ट्रीय ध्वज देश का आन, वान व शान है जिसे पिंगली वेंकैला” ने 1916 से 1921 तक तीस देशों के राष्ट्रीय ध्वज के अध्ययनोपरांत निर्मित किया जिसे 22 जुलाई 1947 को
संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकृति प्रदान की।
मनोज “मैथिल”