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By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 23 Nov 2022 6:34 PM |   444 views

उर्वरक अनुपलब्धता से जुड़ी शिकायतें करा सकते हैं दर्ज, होगी त्वरित कार्रवाई

देवरिया-जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज पीसीएफ केंद्र परसिया मिश्र में उर्वरक बिक्री की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि जनपद में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है। सप्लाई चेन मैनेजमेंट बेहतर किया जाए जिससे जनपद के सभी उर्वरक केंद्रों पर मांग के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध हो सके।
 
जिलाधिकारी आज अपराह्न पीसीएफ के उर्वरक विक्रय केंद्र परसिया मिश्र पहुंचे।  वहां उन्होंने डीएपी खरीद रहे किसानों से संवाद किया और उन्हें क्रय केंद्र पर मिल रही सुविधाओं के संबन्ध में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने सभी किसानों को विक्रय की रसीद अनिवार्य रूप से देने का निर्देश दिया। निरीक्षण के समय तक विक्रय केंद्र से 11.25 मीट्रिक टन डीएपी, 2.35 मीट्रिक टन एनपीएस तथा 3.465 मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का विक्रय किया जा चुका था।
 
जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि विकेश कुमार पटेल को उर्वरक का सप्लाई चेन मैनेजमेंट प्रभावी रूप से करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गत वर्षों में विभिन्न केंद्रों से हुए विक्रय के डाटा के अनुरूप जनपद के सुदूर क्षेत्रों में स्थापित केंद्रों पर उर्वरक उपलब्ध कराई जाए। यदि किसी केंद्र पर उर्वरक की अनुपलब्धता की सूचना मिले तो तत्काल भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
 
जिलाधिकारी ने बताया कि रबी बुआई सत्र 2022-23 के तहत जनपद में अभी तक 11,351 मीट्रिक टन फॉस्फोटिक उर्वरक तथा 4,906 मीट्रिक टन यूरिया का विक्रय हो चुका है।
 
जनपद के कृषकों को उचित दर पर और समय से फास्फेटिक  तथा यूरिया उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु रबी सीजन में माह नवंबर 2022 तक डीएपी लक्ष्य 9308 मीट्रिक टन के सापेक्ष 15727 मीट्रिक टन उपलब्ध है । यूरिया माह नवंबर लक्ष्य 11,300 मीट्रिक टन के सापेक्ष 13,544 मीट्रिक टन उपलब्ध है । साथ ही 6911 मीट्रिक टन यूरिया   प्रीपोजिशनिंग  स्टॉक में उपलब्ध है । विगत वर्ष माह नवंबर तक 12781 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक का वितरण किया गया था। 
  
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद में सहकारी क्षेत्र के 96 उर्वरक बिक्री केंद्रों पर 297 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक एवं निजी क्षेत्र के 539 उर्वरक बिक्री केंद्रों पर 2740 मेट्रिक टन डीएपी उर्वरक वितरण हेतु उपलब्ध है । किसान भाइयों से अनुरोध है कि वे तात्कालिक आवश्यकता के अनुसार ही उर्वरकों का क्रय करे । साथ ही इफको डीएपी के साथ साथ प्राइवेट डीएपी भी निजी उर्वरक दुकानों से निर्धारित दर पर क्रय करें । प्राइवेट उर्वरक भी अच्छी गुणवत्ता की है ।
 
इसके अतिरिक्त 24 नवंबर को इफको डीएपी /एनपीके की एक रैक जनपद को प्राप्त हो रही है तथा आगामी सप्ताह में प्राइवेट कंपनी  चंबल ,आईपीएल एवं कोरोमंडल की 3 रैक  डीएपी उर्वरक जनपद हेतु प्रस्तावित है । जनपद के समस्त विकास खंडों के सभी उर्वरक विक्रय केंद्रों से उर्वरकों का वितरण समान रूप से कराया जा रहा है।  जनपद में यूरिया एवं फास्फेटिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है । कृषकों को उचित दर पर गुणवत्ता युक्त उर्वरक प्राप्त हो तथा कालाबाजारी, ओवर रेटिंग  इत्यादि ना हो इसके लिए निजी व सहकारी क्षेत्र के प्रत्येक उर्वरक विक्रय केंद्रों पर कर्मचारियों की तैनाती कर सतत निगरानी रखी जा रही है एवं लगातार छापे की कार्रवाई भी की जा रही है ।
 
जिलाधिकारी ने कहा कि किसान भाई अपने निकटतम उर्वरक बिक्री केंद्रों पर आधार कार्ड लेकर जाएं और पीओएस मशीन से उर्वरकों की खरीद करें एवम प्राप्त रसीद के अनुसार ही उर्वरकों के मूल्य का भुगतान करें । इस अवसर पर उप निदेशक कृषि विकेश कुमार पटेल, एआर कॉपरेटिव अजय कुमार सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
 
उर्वरक कंट्रोल रूम स्थापित –
 
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर उर्वरक कंट्रोल रूप की स्थापना की गई है। उप निदेशक कृषि विकेश कुमार पटेल ने बताया कि यदि किसी उर्वरक विक्रेता द्वारा पीओएस मशीन से बिक्री नहीं की जा रही है अथवा अधिक दर पर विक्रय किया जा रहा है या उर्वरक प्राप्त करने में किसी प्रकार की अन्य कोई समस्या आ रही है तो इसकी सूचना जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में स्थापित उर्वरक कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर 7007087768 पर प्रातः 9 बजे से शाम 6 बजे तक दर्ज कराया जा सकता है। शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
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