ठीक होता है
तो चुप रह जाना ही ठीक होता है |
बयाँ जब बात न हो पाए तो
खामोशी का सबब ही ठीक होता है |
दिलों की बात जब दिलबर ही न जाने
तो दिलों में राज होना ही ठीक होता है |
जिन अल्फाजों की जुबां ही न हो
तो दिल को ही समझाना ही ठीक होता है |
यूँ ही आना और चले जाना तेरी यादों का
काम ये दिल बहलाने का ठीक होता है |
किसी की बेरुखी जब हद से बढ़ जाए तो
बेवजह यूँ ही मुस्कुराना ठीक होता है |
- डॉ नीता , आगरा
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