डा विजय शंकर शर्मा का ” पर्किंन्स दृष्टिबाधित विद्यालय ” संयुक्त राज्य अमेरिका में चयन हुआ
डा शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय विशेष शिक्षा संकाय के दृष्टिबाधिता विभाग के विभागाध्यक्ष डा विजय शंकर शर्मा का ” पर्किंन्स दृष्टिबाधित विद्यालय ” अमेरिका (USA) में चयन हुआ | दृष्टिबाधिता के क्षेत्र में कार्य करने वाला एक लब्ध प्रतिष्ठित संस्थान है जिसके द्वारा पर्किंन्स एजूशनल लीडरशिप प्रोग्राम का आयोजन विगत 100 वर्षों से अधिक समय से किया जाता है जो कि 9 माह का होता है और दृष्टिदिव्यांगता के साथ अन्य दिव्यांगताओं जैसे बधिरान्धता, दृष्टिदिव्यांगता सहित बहु विकलांगता वाले बालकों एवं व्यक्तियों की शिक्षा एवं पुनर्वास के क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है|
यह विशेषीकृत कार्यक्रम उन बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाले शिक्षकों के लिए उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बधिरान्ध हैं या अतिरिक्त विकलांगों के साथ दृष्टिबाधित हैं| पर्किन्स इंटरनेशनल अपने पर्किंन्स एजूशनल लीडरशिप प्रोग्राम के माध्यम से विश्व के बधिरान्ध बच्चों और दृष्टिबाधिता सहित अन्य विकलांग बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए जो दुनिया भर के शिक्षकों प्रशिक्षित करता है। पर्किन्स उन प्रशिक्षणों में से एक है जो संयुक्त राष्ट्र के उस वैश्विक प्रयास का हिस्सा है जिससे 2030 तक दुनिया भर के सभी बच्चों विशेषकर दिव्यांग बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सके|
इस हेतु सम्पूर्ण विश्व से लगभग 10 व्यक्तियों का चयन किया जाता है और इस वर्ष इस विशेष चयनित लोगों में डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के विशेष शिक्षा संकाय के दृष्टिबाधिता विभाग के अध्यक्ष डॉ० विजय शंकर शर्मा का चयन किया गया है|
डॉ० शर्मा को इस कार्यक्रम हेतु वर्ष 2021 में जाना था किन्तु कोरोना के चलते उन्होंने इस कार्यक्रम को वर्ष 2022 में किये जाने का अनुरोध किया था जिसे उक्त संस्थान ने स्वीकार कर लिया था|
9 माह के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी पर $50,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग रु० 40 लाख) का व्यय Perkins School for the Blind, USA द्वारा ही वहन किया जाता है| यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 20 सितम्बर, 2022 से मई, 2023 तक किया जाना है|
इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण के उपरांत न केवल विश्वविद्यालय में बल्कि उत्तर प्रदेश में बधिरान्धता एवं दृष्टिदिव्यांगता सहित बहु विकलांगता वाले बालकों एवं व्यक्तियों की शिक्षा एवं पुनर्वास के क्षेत्र अवसरों को नयी दिशा मिल सकेगी|
डॉ० शर्मा विगत 22 वर्षों से दिव्यांगता के क्षेत्र में विभिन्न केंद्र एवं राज्य सरकारों के संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं| डॉ० शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ में कार्य करने से पूर्व ये सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के चेन्नई, तमिलनाडु स्थित राष्ट्रीय बहु-दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे|
इस वर्ष अमेरिका जाने से पूर्व डॉ० शर्मा मलेशिया, जर्मनी एवं फ्लोरिडा, अमेरिका जाकर अपना शोध पत्र प्रस्तुत कर चुके हैं और विशेष शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक-प्रशिक्षण कार्यक्रम में विगत 18 वर्षों से अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहें हैं| केंद्र सरकार के भारतीय पुनर्वास परिषद, नयी दिल्ली के दृष्टिबाधिता एवं अल्प दृष्टि की विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी हैं| भारतीय पुनर्वास परिषद, नयी दिल्ली भारत में दिव्यांगजनों की शिक्षा के क्षेत्र की एक नियामक परिषद है|
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