जीवन को नई दिशा देती है ” एक टुकड़ा धूप
दिल्ली /रोहिणी – ” एक टुकड़ा धूप ” रश्मि सक्सेना द्वारा रचित काव्य संग्रह है , जो निराशा में आशा की किरण है | यह काव्य संग्रह जीवन को नई दिशा देता है | इस संग्रह में 54 कविताएँ है |एक टुकड़ा धूप अमेजान पर भी उपलब्ध है | उक्त बातें लेखिका , रचनाकार रश्मि राज ने आज पूर्वान्ह 11 बजकर 30 मिनट पर निष्पक्ष प्रतिनिधि को दिए गए साक्षात्कार में कही |
उन्होंने बताया कि सामजिक संबंधों पर आधारित 10 कहानियों का संग्रह जल्द ही प्रकाशित होने वाला है , आप लोगो के बीच में होगा | रश्मि हिंदी और संस्कृत की अच्छी जानकार है |
उन्होंने हिंदी दिवस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हमारी राष्ट्रभाषा हिंदी आज हाशिये पर खड़ी है | हर नागरिक का कर्तव्य है कि हिंदी के विकास हेतु निरंतर प्रयासरत रहे | ऐसा नही होना चाहिए कि आप और हम सिर्फ इसके उत्थान हेतु विशेष दिन ही याद करे या कार्यक्रम आयोजित कर फ़क्र महसूस करें तथा केंद्र सरकार को भी इसके बारे में सोचना चाहिए |