नॉन-परफॉर्मिंग 121 आशा की सेवा होगी समाप्त
- तीन माह में 121 आशा द्वारा जननी सुरक्षा योजना के तहत नहीं कराया गया एक भी प्रसव |
देवरिया-जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक देर सायं धनवंतरी सभागार में आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी कार्मिक शासन की मंशानुरूप स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्तायुक्त उपलब्धता सुनिश्चित कराये। योजनाओं के क्रियान्वयन में कमी मिलने एवं नॉन परफॉर्मिंग कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत पिछले तीन माह में एक भी डिलीवरी नहीं कराने वाली 121 आशा (एक्रिडेटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट) को सेवा समाप्ति का नोटिस देने का निर्णय लिया गया।
डीएम ने कहा कि इन अभी 121 नॉन परफार्मिंग आशा को जनहित में हटाना अत्यंत आवश्यक है। इस संबन्ध में शीघ्र ही ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर इन सभी को हटाने एवं इनके स्थान पर नई आशा की भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
जिलाधिकारी ने एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह अभियान गर्भवती माता एवं गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्कयक है। प्रत्येक वीएचएनडी सत्र पर वेइंग मशीन, बीपी मशीन, हीमोग्लोबिन एवं यूरीन टेस्ट किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जुलाई माह के वीएचएनडी सत्र में खराब प्रदर्शन करने वाले भटनी, गौरीबाजार, बैतालपुर के बीपीएम को कड़ी फटकार लगाई।
जुलाई माह में निजी अस्पतालों में कुल 585 प्रसव दर्ज किए गए। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत वर्ष 2017 से अब तक जनपद में 88,089 लक्ष्य के सापेक्ष 85,308 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है। इस योजना के माध्यम से धात्री माताओं को ₹6000 तीन किस्तों में उपलब्ध कराए जाते हैं।
प्रभारी सीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद में कायाकल्प अवार्ड योजना के अंतर्गत जनपद के 42 सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 23 को प्रमाणपत्र मिल चुका है। लक्ष्य कार्यक्रम के तहत जनपद के तीन स्वास्थ्य केन्द्रों के ऑपरेशन थिएटर एवं लबररूम के उन्नयन की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमएस डॉ एएन वर्मा, सीएमएस (महिला), डॉ अल्पना रानी गुप्ता, डॉ संजय चन्द्र, डॉ बीपी सिंह, बीएसए हरिश्चंद्रनाथ, डीपीआरओ अविनाश कुमार, डीपीओ कृष्णकांत राय, यूनिसेफ के डॉ गुलजार त्यागी, सहित विभिन्न एमओआईसी एवं अधिकारी मौजूद थे।
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