बच्चों के प्रति लापरवाही क्षम्य नहीं- न्यायाधीश इंदिरा सिंह
देवरिया- आज अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ,सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, तथा सिविल जज जूनियर डिवीजन द्वारा राजकीय बाल गृह देवरिया में बच्चों के खान-पान, रहन-सहन तथा भण्डार गृह के साफ-सफाई का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदिरा सिंह द्वारा निर्देशित किया गया कि बच्चों के दिनचर्या में व्यायाम को भी रखा जाये जिससे बच्चे शारीरिक रूप से मजबूत रहें। उनके पौष्टिक भोजन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत हैं, जिसके लिये समय-समय पर उचित खान-पान की व्यवस्था किया जायें।
इनके प्रति लापरवाही क्षमा योग्य नहीं होगा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्य कांत धर दुबे ने राजकीय बाल गृह देवरिया में बच्चों केे लिए खेल को आवश्यक बताया तथा प्रत्येक दिन विभिन्न तरह के खेलों को कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने भोजन हेतु खाद्य सूची का निरीक्षण करते हुये भोजन में पौष्टिक आहार रखने का निर्देश दिया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के सचिव इशरत परवीन फारुकी द्वारा बच्चों के रहने वाले कमरों का निरीक्षण किया गया तथा निर्देशित किया कि बच्चों को मौसम के अनुसार विस्तर मुहैया कराया जायें। बच्चों को उनके अध्ययन का निरीक्षण किया गया और उनके पठन-पाठन के कार्य को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया ।
सिविल जज जूनियर डिवीजन श्रीकांत गौरव द्वारा भण्डार गृह का निरीक्षण करते हुये कहा कि भण्डार गृह के साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। तत्पश्चात बच्चों के भोजन का निरीक्षण किया गया,बच्चों के भोजन हेतु किचेन में साफ सफाई की गुणवत्ता की जांच की गयी तथा पौष्टिक भोजन बनाने का आवश्यक निर्देश दिया।
इस निरीक्षण में मुख्य रूप से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदिरा सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्यकांतधर दुबे, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव इशरत परवीन फारुकी,सिविल जज जूनियर डिवीजन श्रीकांत गौरव जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर,बाल संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी, राजकीय बाल गृह देवरिया के अधीक्षक यशोदानंद तिवारी, व अन्य सम्बन्धित कर्मचारीगण उपस्थित रहें।
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