गणतंत्र इस देश के सामान्य लोगों के संघर्षों का फल है – प्रो. वैद्यनाथ लाभ
नव नालन्दा महाविहार सम विश्वविद्यालय,नालंदा में 73 वें गणतंत्र- दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वजा- उत्तोलन के उपरांत नव नालन्दा महाविहार सम विश्वविद्यालय, नालंदा के कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने कहा कि परतंत्रता से हमारे देश का जन मानसिक पराभव का अनुभव करने लगा था। जब हम स्वतंत्रता से वंचित होते हैं तो संप्रभुता से रहित हो जाते हैं।
हम गौरव से जिएं, इसके लिए हमारे देश के नायकों ने हमें प्रेरित किया, अपना बलिदान दिया। आज की यह स्वाधीनता उन्हीं बलिदानों का सुफल है , जिसमें हम इज़्ज़त व स्वाभिमान की खुली साँस ले रहे हैं । स्वतंत्रता के बाद इस राष्ट्र को चलाना आसान नहीं था। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में संविधान बना जिसका प्रारूप प्रमुखत: डॉ. अंबेडकर ने तैयार किया।
हम आज लोकतंत्र को सुरक्षित रखते हुए प्रगति के पथ पर हैं। हमारा राष्ट्र विविध भाषाओं, धर्मों, जातियों, क्षेत्रों, विचारों का संकुल है। यह फूलों के गुलदस्ते जैसा है। यह विविधता ही हमारा प्राण- तत्त्व है। आज हमने बहुत प्रगति की है, हर क्षेत्र में। इसके आगे हम और उन्नति करेंगे। हमें मिल- जुल कर रहना है। हमें अपनी शक्ति का सकारात्मक उपयोग करना है। हमारी एकता एवं हमारे सांस्कृतिक पक्ष पूरे विश्व को आकर्षित करते हैं।
इस अवसर पर डॉ. नीहारिका लाभ, विश्वविद्यालय के आचार्य ,गैर शैक्षणिक सदस्य एवं अन्य जन उपस्थित थे।
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