कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया
चंदौली-श्यामांगी साहित्यिक त्रिवेणी मंच के तत्वावधान में रायल गार्डन, सुभाष पार्क के सामने विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता कवि राजेंद्र प्रसाद गुप्त ‘बावरा’ ने किया।
सभी वरिष्ठ कवियों,अध्यक्ष और महामंत्री महेंद्र केशरी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन तथा पुष्पांजलि के पश्चात सुप्रसिद्ध गीतकार कवि राम नरेश ‘नरेश द्वारा सुरमय सरस्वती वंदना के साथ कवि सम्मेलन का शुरुआत हुआ।
देशभक्ति ,श्रृंगार ,गजल,हास्य व्यंग और सजल गीतों से सभी कवियों ने नए साल का स्वागत किया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले कवियों में सर्व कमलेश विष्णु जिज्ञासु, राजेंद्र प्रसाद ‘ भ्रमर ‘हरिवंश सिंह ‘बवाल ‘कवि सुख मंगल सिंह ‘मंगल ‘, बेचई सिंह ‘ मालिक ‘बंधु पाल ‘ बंधु ‘, सिद्धनाथ शर्मा “सिद्ध” कवि रामनरेश “नरेश” ,इंद्रजीत तिवारी निर्भीक, डॉ ब्रजेंद्र नारायण दिवेदी “शैलेश” ,राजेश कुमार राजू, घनश्याम यादव, प्रमोद सिंह समीर, भुलक्कड़ बनारसी, फायर बनारसी, कमलेश तिवारी, समीर भृगु वंशी, कवि योगेंद्र नारायण वियोगी, शंकर आनंद, अजीत श्रीवास्तव उर्फ़ चपाचप बनारसी, छतीश ‘ कुंठित ‘ आदि कवियों ने अपनी रचना की माध्यम से जनता का मन मोह लिया और वाह- वाही लूटी |
नादान परिंदे के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्रा, राकेश चंद्र पाठक ” महाकाल” की उपस्थिति से कवियों में उत्साह बढ़ते देखा गया। कार्यक्रम में लगातार रचनाओं पर तालियां बजती रही।
कार्यक्रम की प्रारंभ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के कत्थक कलाकार, नृत्य से पहले आदित्य उपाध्याय ने जनता का मन मोह लिया। दूसरे कलाकार संदीप मौर्य जो वाराणसी से पधारे थे उन्होंने कथक नृत्य की द्वारा काशी की गरिमा को बढ़ाया और जनता ने वाह वाह करके कलाकार के मनोबल को बढ़ाया।
कवि सम्मेलन में उपस्थित सभी विद्वान रचनाकारों एवं कलाकारों को संस्था के महामंत्री महेंद्र केसरी जी द्वारा माल्यार्पण के साथ प्रशस्ति पत्र औरअंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।
दोनों कत्थक कलाकारों आदित्य उपाध्याय और संदीप मौर्य को भी इसी क्रम में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में महामंत्री श्री महेंद्र केसरी के सहयोगी वेद प्रकाश, वी के सिंहा तथा अन्य पदाधिकारी लगे रहे।
कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ कवि सिद्ध नाथ शर्मा “सिद्ध”जी ने अपनी शेरो सायरी के साथ किया।
इस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आए सभी कवियों एवं श्रोताओं के प्रति संस्था के अध्यक्ष कवि राजेंद्र गुप्त “बावरा” ने ऐसे कार्यक्रमों की उत्साह वर्धक साहित्यिक रुचिता बढ़ाने के लिए आभार व्यक्त किया।
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