“परिचय दास ” ख्वाजा मुइनद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ की भाषा-समिति के सदस्य नामित
नव नालंदा महाविहार सम विश्वविद्यालय, नालंदा के हिन्दी विभाग के प्रोफ़ेसर अध्यक्ष , जनसंपर्क व मीडिया के प्रभारी तथा हॉस्टल्स के प्रोवोस्ट डॉ. रवींद्र नाथ श्रीवास्तव, जो साहित्य में ” परिचय दास” के नाम से ख्यात हैं | ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय , लखनऊ की भाषा समिति के सदस्य नामित किए गए हैं।
वे ‘विभिन्न भाषाओं के समृद्ध , रोज़गारपरक एवं देशी भाषाओं के विलुप्तीकरण से बचाने के लिए गठित समिति’ में हिन्दी ( भोजपुरी ) के सदस्य बनाए गए गए हैं। वे हिन्दी और भोजपुरी को नई दृष्टि देने, उसे समृद्धि देने तथा आजीविकापरक बनाने के लिए वहाँ विविध प्रयासों के माध्यम से सक्रिय होंगे। यह मानद कार्य है।
परिचय दास देश के जाने- माने साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मी हैं। वे हिन्दी अकादमी, दिल्ली सरकार तथा मैथिली- भोजपुरी अकादमी, दिल्ली सरकार के सचिव रहे हैं। हिन्दी व भोजपुरी में ललित निबंध, आलोचना, कविता के महत्त्वपूर्ण लेखन तथा लोकभाषा एवं संस्कृति- विमर्श के लिए उनका अवदान माना जाता है। सैकड़ों साहित्यिक -सांस्कृतिक आयोजनों द्वारा उन्होंने संस्कृति को नई समझ देने व जनप्रिय बनाने की कोशिश की । वे हिन्दी की ” इंद्रप्रस्थ भारती” एवं भोजपुरी – मैथिली की “परिछन ” आदि पाँच साहित्यिक – सांस्कृतिक पत्रिकाओं के संपादक रहे हैं।