बौद्धकला पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया
कुशीनगर – राजकीय बौद्ध संग्रहालय कुशीनगर द्वारा आज से बौद्ध कला पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया |प्रदर्शनी 31 मार्च तक जनसामान्य के अवलोकनार्थ प्रत्येक कार्य दिवस में देखी जा सकती है |प्रदर्शनी में बौद्ध कला के आयामों यथा स्थापत्य , मूर्ति कला व चित्रकला आदि को छाया चित्रों के माध्यम से रोचक ढंग से प्रदर्शित किया गया है |प्रदर्शनी में अन्य देशो की बौद्ध कला के नमूनों को भी दर्शाया गया है |स्थापत्य कला के अंतर्गत कुशीनगर, सारनाथ अजन्ता तथा बोधगया में अवस्थित स्थापत्य संरचनाओं के छायाचित्र ,मूर्ति कला में गांधार ,मथुरा ,अमरावती व सारनाथ शैली की प्रतिमाओं के छायाचित्र तथा चित्र कला के अंतर्गत अजन्ता के छायाचित्र प्रदर्शित किये गये हैं |
बौद्ध मूर्ति कला में बुद्ध व बोधिसत्वो आदि की मूर्तियों का निर्माण कुषाण काल में महायान सम्प्रदाय के अस्तित्व में आने के बाद आरम्भ हुआ था| इससे पूर्व बुद्ध व उनसे जुडी घटनाओं का अंकन विविध प्रतीकों यथा पदचिन्ह ,पीपल के वृक्ष ,स्तूप तथा सिंह आदि के माध्यम से किया जाता था |प्रदर्शनी के अवलोकन से दर्शकों को बौद्ध कला के विकास व उसके विविध आयामों की जानकारी मिल सकेगी |इस अवसर पर धनंजय राय , तेज प्रताप शुक्ला , गोविन्द , आशीष ,अंकित , मीरचंद आदि लोग उपस्थित थे |