भोजपुरी भाषा आठवी अनुसूची मे हो शामिल
लखनऊ – आज भोजपुरी भाषा एवं इसकी संस्कृति विश्व विख्यात है | इसके अनेक आयामों ( लोक गीत , कजरी , बिरहा, चैता ) ने भारतीय संस्कृति की अमिट छाप भारतीयों के मष्तिष्क पटल पर विराजमान है|भोजपुरी एक आर्य भाषा है जो मुख्यत पश्चिम बिहार ,पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी झारखण्ड मे बोली जाती है |भोजपुरी बोली को हर हाल मे संविधान की आठवीं अनुसूची मे शामिल किया जाना चाहिए |उक्त बाते भोजपुरी की लोकगायिका “संजू सिंह ” ने पत्रकारों से बात करते हुए कहीं |
संजू के मधुर स्वर मे काफी सारे एल्बम मैया शेरावाली , शुभ विवाह ,दऊरा सजल ,सैया मोर सिपहिया ,दर्शन माई के , नैना लागे रे ,कनवा के बाली बाज़ार मे उपलब्ध है |बतौर गायिका संजू कहती हैं कि भोजपुरी बोली अपनी मिठास के कारण भारतीय सभ्यता और संस्कृति की परिचायक है |