मीत मिलो एक बार
तुमसे मिलना हुआ एक हंसी रात मे
हाल -ए -दिल कह दिया बात ही बात मे
तुमसे जीवन की खुशिया सभी है मेरी
तुम मिले थे मुझे पहली बरसात मे
आन फिर से मिलो अब ख्यालात मे
दुरिया न रहें अब तो जज्बात मे
हाथ मे हाथ ले भीग जाये सनम
आपका साथ हो ऐसे बरसात मे
प्रीत की रीत प्रियतम निभाना सदा
प्यार मे मेरे तुम भीग जाना सदा
फूल से महके हम दोनों एक साथ मे
खुशबू जग मे लुटाएंगे बरसात मे
तुमसा दूजा नही सारे संसार मे
डूब जाता हू बस तेरे प्यार मे
बन दीवाना तेरा भूल कर सारे गम
भीग जायेगा यश ऐसी बरसात मे
(यशपाल सिंह चौहान )
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