
विश्व दलहन दिवस
आमजनों में दालों के पोषण संबंधी महत्ता , उपादेयता व पर्यावरणीय लाभों से अवगत कराने के उद्देश्य से प्रति वर्ष 10 फरवरी को विश्व दलहन दिवस’ मनाया जाता है।
आमजनों में दालों के पोषण संबंधी महत्ता , उपादेयता व पर्यावरणीय लाभों से अवगत कराने के उद्देश्य से प्रति वर्ष 10 फरवरी को विश्व दलहन दिवस’ मनाया जाता है।
आज आयुर्वेद की लोकप्रियता भारत सहित दुनियाँ के सभी देशों में तेजी से बढ़ती जा रही है। आयुर्वेद न सिर्फ भारत की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है अपितु पूरे विश्व के
चावल की भूसी का तेल चावल या चावल की भूसी के बाद चावल की कठोर बाहरी परत से निकाला जाता है । इसका वैज्ञानिक नाम ‘ओरिज़ा सैटिवा’ है। यह 232
बलरामपुर में पुरूष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है ।यह पखवाड़ा 21 नवम्बर से 04 दिसंबर 2022 तक मनाया जाएगा। पुरूष नसबन्दी पखवाड़ा दो चरणों में मनाया जा रहा है।
सर्दिया आते ही बाजार में हरी सब्जिया आ जातीं हैं | ठंडी के मौसम में लोग हरी सब्जियों में साग सबसे ज्यादा खाना पसंद करतें हैं | आज हम आपको
आज से लगभग सात हजार वर्ष पूर्व सदाशिव ने मानव कल्याण के लिए भौतिक , मानसिक आत्मीय उन्नति के लिए तांडव का प्रतिपादन किया था |यह नृत्य सिर्फ पुरुषों के
संयुक्तराष्ट्र संघ ने योग दिवस को अधिकारिक मान्यता देकर हमारी प्राचीन गौरवशाली संस्कृति को विश्व मानस पटल पर स्थापित करने का महान कार्य किया है | भारतीय संस्कृति की आत्मा
1. सरसों के तेल को बहुत पौष्टिक माना जाता है, इसलिए इसका प्रयोग खाना बनाने के लिए भी किया जाता है। इसकी तासीर गर्म होने से सर्दियों
1. सिरदर्द, दांत दर्द, हाथ-पैर दर्द और सीने में दर्द की समस्या होने पर नीम के तेल की मालिश से काफी लाभ मिलता है। इसके फल का उपयोग कफ और
आज-कल हर इंसान की एक सामान्य इच्छा है – वज़न घटाने का। वज़न घटाना सबकी नज़रों में बहुत ही कठिन होता है, लेकिन असल में ये बड़ा आसान है। जीरा
आज-कल हर इंसान की एक सामान्य इच्छा है – वज़न घटाने का। वज़न घटाना सबकी नज़रों में बहुत ही कठिन होता है, लेकिन असल में ये बड़ा आसान है। जीरा